मध्यप्रदेश के दिगम्बर जैन अतिशय सिद्ध क्षेत्र पावापुरी उन में महामस्तकाभिषेक 29 व 30 मार्च को होगा। पावापुरी खरगोन से 18 किलोमीटर व हाइवे आगरा बॉम्बे रॉड जुलवानिया से 25 किलो मीटर पर स्थित है। यह स्वर्णभद्र, मणि भद्र, गुण भद्र, नील भद्र आदि मुनिराज की मोक्ष स्थली है। यहां सतपुड़ा की पहाड़ी पर चमत्कारी श्री शांतिनाथ कुंथुनाथ व अरहनाथ की खड्गासन प्रतिमाएं हैं। पढ़िए दीपक प्रधान की रिपोर्ट…
धांमनोद। मध्यप्रदेश के दिगम्बर जैन अतिशय सिद्ध क्षेत्र पावापुरी उन में महामस्तकाभिषेक 29 व 30 मार्च को होगा। पावापुरी खरगोन से 18 किलोमीटर व हाइवे आगरा बॉम्बे रॉड जुलवानिया से 25 किलो मीटर पर स्थित है। यह स्वर्णभद्र, मणि भद्र, गुण भद्र, नील भद्र आदि मुनिराज की मोक्ष स्थली है। यहां सतपुड़ा की पहाड़ी पर चमत्कारी श्री शांतिनाथ कुंथुनाथ व अरहनाथ की खड्गासन प्रतिमाएं हैं। तीर्थ कमेटी के अध्यक्ष हेमचन्द झांझरी, इंदौर, महामंत्री अशोक झांझरी भीकनगांव व मेला प्रभारी सुधीर जैन ने बताया कि 29 व 30 मार्च रंगपंचमी पर वार्षिक मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसको लेकर व्यापक तैयारियां चल रही हैं।
कमेटी के अतुल कासलीवाल ने बताया कि पहाड़ी पर स्थित भव्य मंदिरों में दूधिया रोशनी की जा रही है। स्वर्णभद्र, गुण भद्र, मणि भद्र, नील भद्र आदि की चरणपादुका मन्दिर में व नीचे महावीर स्वामीजी के स्वर्ण मंदिर में भी जो कांच की नक्काशी की गई, वह बिल्कुल निमाड़ का स्वर्ण मंदिर लग रहा है।
इस महोत्सव में मंडल विधान व मस्तकाभिषेक में सानिध्य ज्योतिषविद मंत्र महर्षि धर्मयोगी क्षुल्लक श्री105 योगभूषण जी महाराज का रहेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे। इस मेले में देश के विभिन्न राज्यों व मध्यप्रदेश के मालवा व निमाड़ व पूर्वी निमाड़ से भारी संख्या में भक्तजन आएंगे।
Add Comment