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झुमरीतिलैया के अखिलेश भैया का 14 वर्ष बाद मुनि रूप में प्रवेश: पदाधिकारियों और श्रद्धालु भक्तजनों ने मधुबन में जाकर किया निवेदन


झुमरीतिलैया में जन्मे अखिलेश से मुनिश्री प्रांजल सागरजी बने जैन संत का 14 फरवरी शुक्रवार को मंगल प्रवेश होने जा रहा है। इससे यहां समाजजनों ने अपार हर्ष और उत्साह का संचार हुआ है। मुनिश्री के आगमन पर भव्य ऐतिहासिक अगवानी की तैयारी की जा रही है। पढ़िए कोडरमा से नवीन जैन की यह खबर…


कोडरमा। झुमरीतिलैया जैन समाज के लिए 14 फरवरी का दिन ऐतिहासिक दिन होगा। कोडरमा के लाल वैराग्य पथ पर चलते हुए अपने ब्रह्मचर्य दीक्षा के 14 वर्ष बाद कुमार अखिलेश से जैन मुनि श्री प्रांजल सागर बनकर अपने गृह क्षेत्र झुमरी तिलैया में दीक्षा गुरु आचार्य श्री विनिश्चय सागर जी महामुनिराज के साथ पहुंचेंगे। वे इस समय मधुबन से पैदल चल रहे हैं। जैन समाज के पदाधिकारी और श्रद्धालु भक्तजनों ने मधुबन में जाकर गुरुदेव को श्रीफल अर्पित कर कोडरमा आने का निवेदन किया।

जैन संतश्री प्रांजल सागरजी के आगमन से हर्षित है समाज

आचार्य श्री विनिश्चय सागर जी एवं पानी टंकी रोड झुमरीतिलैया में जन्म लिए जैन संत मुनि प्रांजल सागर जी हजारों किमी पैदल यात्रा के बाद पिछले कुछ महीनो से सम्मेद शिखर में तपस्या ध्यान में लीन होकर धर्म की गंगा बहा रहे थे। कोडरमा के लाल जैन संतश्री प्रांजल सागरजी के उनके जन्म क्षेत्र पहुंचने की सूचना पर यहां के लोगों में अपार खुशी और हर्ष व्याप्त है। 14 वर्ष पूर्व उन्होंने आचार्य विनिश्चय सागर जी से दीक्षा ली थी और उनके साथ हजारों किमी धर्म यात्रा के लिए निकल गए थे।

यह समाजजन कर रहे हैं भव्य तैयारी

समाज के मंत्री नरेंद्र झांझरी, सह मंत्री राज छाबड़ा, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र जैन, काला भंडारी, सुनील जैन सेठी, पूर्व मंत्री ललित सेठी, नीलम सेठी, आशा गंगवाल, पार्षद पिंकी जैन आदि समाजजन उनके आगमन की तैयारी को ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में लगे हैं।

समाजजन चल रहे हैं मुनिश्री के साथ

समाज के मंत्री नरेंद्र झांझरी और कोषाध्यक्ष सुरेंद्र काला ने कहा कि गुरुदेव का धार्मिक अल्प प्रवास अविस्मरणीय एवं यादगार होगा। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में रौनक कासलीवाल, लोकेश पटौदी, पियूष कासलीवाल, दिलीप बाकलीवाल, राजीव छाबड़ा, जोंटी काला, प्रसम सेठी, अमित सेठी लगे हुए हैं। प्रतिदिन गुरुदेव के साथ पैदल चल रहे हैं।

धर्म और समाज सेवा में अग्रणी भूमिका निभाते हैं काला

उल्लेखनीय है कि पानी टंकी रोड निवासी जैन संत प्रांजल सागर जी के गृहस्थ अवस्था के माता कुसुम देवी-पिता महावीर कासलीवाल अपने पुत्र के उनके गृह क्षेत्र जन्म स्थान पहुंचने पर बहुत ही हर्षित और पुलकित हैं और मानवी हैं। जैन संत मुनि बनने पर खुश हैं। जैन संत के मामा सुरेंद्र काला समाज के कोषाध्यक्ष हैं और धर्म और समाज सेवा में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाते हैं। जैन समाज के मीडिया प्रभारी राजकुमार अजमेरा ने यह जानकारी दी।

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