जयपुर। जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को लेकर जैन समाज द्वारा चल रहे आंदोलन के अंतर्गत मंगलवार को अखिल भारतीय दिगम्बर जैन युवा एकता संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि ” भारत एक धर्म प्रधान देश है, जो खूबसूरती धर्म के प्रति भारत देश मे देखनो को मिलती है अन्य किसी भी देश मे देखने को नही मिलती है, किन्तु पिछले कुछ वर्षों से योजनाबद्ध तरीके से देश से धर्म की पहचान को नष्ट करने की योजना चल रही है।
आज जिस तरह की राजनीति धर्म को लेकर देश मे चल रही है उससे ना केवल देश टूट रहा बल्कि समाजों में भी बिखराव साफ देखने को मिल सकता है।
आस्था को बचाने का काम करे सरकार
अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि ” देश मे जितने भी पुराने धार्मिक स्थल है वह सभी विश्वस्तरीय आस्था के प्रमुख केंद्रों में शामिल है, जहां केंद्र और राज्य की सरकारों को देश और समाजों की आस्था को बचाने के लिए कार्य करना चाहिए, युवाओं को धर्म से जोड़ना चाहिए ।
पर्यटक स्थल बनाकर केवल बिजनेस स्थापित की कोशिश अभिषेक जैन ने कहा कि युवाओं को धर्म से दूर रखना ही आज की सरकारों का मूल मकसद बन चुका है। कुछ वर्षों पूर्व सम्मेद शिखर की तरह केदारनाथ को भी पर्यटक स्थल घोषित किया गया था, किन्तु उस दौरान प्रकृति ने अपने साथ हुए खिलवाड़ पर जमकर तांडव दिखाया था और बड़ी संख्या में लोगों को उसका खामियाजा भुगतना पड़ा था।
जिसे कभी भुलाया नही जा सकता है, केदारनाथ में घटे घटनाक्रम का अनुभव केंद्र और झारखंड सरकार लेना चाहिए और वक़्त रखते सबक लेकर सभी धार्मिक स्थलों को धार्मिक पर्यटक स्थल के रूप में ही विकसित करना चाहिए।
प्रकृति और धर्म ना खुद से खिलवाड़ बर्दास्त करते है और ना ही प्रकृति और धर्म में आस्था रखने वाले धार्मिक स्थलों से खिलवाड़ बर्दाश्त करेगे। जल्द केंद्र-राज्य सम्मेद शिखर तीर्थ को धार्मिक स्थल घोषित करें
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