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आचार्य रयण सागर जी महाराज की प्रतिमा व चरण चिन्ह स्थापना समारोह सम्पन्न : मुनि आज्ञा सागरजी महाराज ससंघ के सानिध्य में हुए आयोजन


सागवाड़ा नगर के लोहारिया तालाब की पाल पर स्थित प्राचीन भगवान ऋषभदेव पगल्याजी दिगम्बर जैन मन्दिर में आचार्य रयण सागर शान्ति धाम दिगम्बर जैन मंदिर के प्रांगण में सागवाडा नगर में जन्मे, नगर गौरव धर्मालंकार दिगम्बर जैनाचार्य रयण सागर जी महाराज की श्वेत पाषाण से निर्मित प्रतिमा तथा चरण चिन्ह का प्रतिष्ठापना महोत्सव शुक्रवार को सैंकडों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में जय-जयकारों के साथ सम्पन्न हुआ। पढ़िए एक रिपोर्ट…


सागवाड़ा। सागवाड़ा नगर के लोहारिया तालाब की पाल पर स्थित प्राचीन भगवान ऋषभदेव पगल्याजी दिगम्बर जैन मन्दिर में आचार्य रयण सागर शान्ति धाम दिगम्बर जैन मंदिर के प्रांगण में सागवाडा नगर में जन्मे, नगर गौरव धर्मालंकार दिगम्बर जैनाचार्य रयण सागर जी महाराज की श्वेत पाषाण से निर्मित प्रतिमा तथा चरण चिन्ह का प्रतिष्ठापना महोत्सव शुक्रवार को सैंकडों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में जय-जयकारों के साथ सम्पन्न हुआ। सकल दिगम्बर जैन समाज सागवाड़ा द्वारा मुनि आज्ञा सागरजी महाराज, आर्यिका सुवत्सलमति माताजी, आर्यिका सुनिधिमति माताजी, ब्रह्माचारिणी निर्मला दीदी के सानिध्य तथा प्रतिष्ठाचार्य पंडित विनोद पगारिया के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव के समापन अवसर पर शुक्रवार को प्रातः स्थानीय भगवान ऋषभदेव पगल्याजी जल मन्दिर आचार्य रयण सागर शान्ति धाम मन्दिर परिसर मे मुनि संघ सानिध्य में आदिनाथ भगवान का इन्द्र-इन्द्राणी समूह द्वारा पंचामृत अभिषेक किया गया। प्रतिमा पर सर्व शान्ति कामनार्थ आज्ञासागर जी महाराज के मंत्रोच्चारण के साथ सौधर्म इन्द्र आनन्द कुमार जी कोडिया परिवार द्वारा शांतिधारा की गयी।

सर्व शान्ति महायज्ञ के तहत 7 हवन कुंडों में आहूतियां दी गई

कमल कुमार जयन्तिलाल सारगिया परिवार द्वारा आज्ञासागरजी महाराज का पाद प्रक्षालन किया गया। साथ ही अठारह हजार दशा हूमड जैन समाज अध्यक्ष दिनेश खोडनिया परिवार द्वारा जिनवाणी भेंट की गयी। इसके बाद प्रतिष्ठाचार्य विनोद पगारिया के मंत्रोच्चारण के साथ आज्ञासागरजी महाराज द्वारा आचार्य रयण सागरजी महाराज की प्रतिमा की आकार शुद्धि, अंकन्यास, मंत्रन्यास, अधिवासना, मुखोद्घाटन तथा नयन्नोमिलन क्रिया के साथ प्राण प्रतिष्ठा की गई। सर्व शान्ति महायज्ञ के तहत 7 हवन कुंडों में आहूतियां दी गयी। हवन पूर्णाहूति, पुण्याहवाचना के बाद आचार्य रयण सागर स्मृति मन्दिर में रुपेश फौजमल शाह द्वारा आचार्य रयण सागरजी महाराज की प्रतिमा स्थापित की गयी। साथ ही शिखर पर राजेन्द्र गांधी परिवार द्वारा कलशारोहण किया गया।

अतिथियों का उपरणा ओढ़ाकर, पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया

उसके बाद समीप में निर्मित दूसरी छतरी पर विपिन, नरेश, कान्तिलाल दोसी परिवार द्वारा आचार्य श्री की चरण पादुका स्थापित की गयी व चन्द्र कान्त शाह परिवार द्वारा कलशारोहण किया गया। आचार्य रयण सागरजी की प्रतिमा संतोष पालविया परिवार द्वारा भेंट की गयी। प्रतिमा प्रतिष्ठा के बाद आचार्य रयण सागरजी महाराज की अष्ट द्रव्य से गुरु पूजा की गयी व आरती उतारी गयी। इस अवसर पधारे हुए अतिथियों का सागवाड़ा जैन समाज द्वारा उपरणा ओढ़ाकर पगडी पहनाकर सम्मान किया गया। इस अवसर स्थानीय समाज के अलावा पाडवा सरोदा, बासवाडा के श्रद्धालु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन टूस्टी राजेन्द्र पंचोरी ने किया। सेठ महेश नोगमिया ने आभार व्यक्त किया।

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