सिद्ध क्षेत्र पावागरी ऊन में पंचकल्याणक की तैयारी की जा रही है। कार्यक्रम के लिए साधु-संतों का आगमन शुरू हो गया है। प्रशासन भी इस आयोजन के लिए तैयारी में जुटा हुआ है। अधिकारी मौका मुआयना कर व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहे हैं। ऊन से दीपक प्रधान की खबर…
ऊन। सिद्ध क्षेत्र पावागरी ऊन में पंचकल्याणक की तैयारी की जा रही है। कार्यक्रम के लिए साधु-संतों का आगमन शुरू हो गया है। प्रशासन भी इस आयोजन के लिए तैयारी में जुटा हुआ है। अधिकारी मौका मुआयना कर व्यवस्थाओं की जानकारी ले रहे हैं। क्षेत्र के प्रचार मंत्री आशीष जैन लोनारा ने बताया कि आयोजन के लिए साधु संतों का आगमन प्रारंभ हो चुका है। 1 अप्रैल को आर्यिका यशस्विनी माताजी एवं आर्यिका लक्ष्मी भूषण माताजी ससंघ का प्रवेश हो चुका है। आचार्य सुनीलसागरजी महाराज के शिष्य श्रुतश्री सागर जी, श्रुतेश सागरजी महाराज 2 अप्रैल को पहुंचे। जबकि आचार्य श्री विराग सागर जी महाराज के मूल संघ के मुनि विवर्धन सागर जी महाराज ससंघ 25 पिच्छी का मंगल प्रवेश 5 अप्रैल को सुबह पावागिरी ऊन में सुबह 8 बजे होगा। जबकि आचार्य विशुद्ध सागर जी महाराज ससंघ करीब 40 पिच्छी का प्रवेश संभवतः 7 अप्रैल को सुबह हो सकता है।
इस तरह होंगे कार्यक्रम
7 अप्रैल से प्रारंभ होने वाले कार्यक्रम में सुबह घटयात्रा में महिलाएं सर पर कलर धारण कर भक्ति भाव से शामिल होंगी। ध्वजारोहण भरत रितु जैन जीरभार वाले इंदौर करेंगे। मंडप उदघाटन क्षेत्र के अध्यक्ष हेमचंद मीना झांझरी इंदौर करेंगे। सभी कार्यक्रम बाल ब्रह्मचारी प्रतिष्ठाचार्य धर्मचंद्र शास्त्री नई दिल्ली के निर्देशन एवं सानिध्य में होंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रम में नृत्य नाटिका का मंचन, शाम को प्रतिदिन संगीतमय आरती भक्ति, शास्त्र प्रवचन के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत 7 अप्रैल को स्थानीय निमाड़ के कलाकारों द्वारा सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। 8 अप्रैल को शांतिनाथ दिगंबर जैन 20 पंथी मंदिर इंदौर से संचालित श्री शांति सागर पाठशाला के बच्चों द्वारा “संपत्ति तक चले मोक्ष पथ” नाटक की शानदार प्रस्तुति प्रस्तुत की जाएगी।
अधिकारियों ने किया मौका मुआयना
2 अप्रैल को एसडीएम कनेल, एसडीओपी रोहित लखारे एडिशनल एसपी रावत सा आदि ने मौका मुआयना कर सारी व्यवस्थाओं की जानकारी ली एवं सभी को व्यवस्थाएं संभालने के लिए निर्देश दिए।
2016 के बाद बड़ा आयोजन
इसके पूर्व आचार्य वर्धमान सागर जी के सानिध्य में दिसंबर 2016 में 43 पिच्छी के सानिध्य में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा का आयोजन हुआ था। जिसमें पहाड़ी मंदिर पर महावीर स्वामी एवं स्वर्ण भद्रादि चार महामुनिराज की प्रतिमाओं का पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव संपन्न हुआ था। अब पहाड़ी मंदिर पर ही मुनिसुवृत नाथ एवं वर्तमान चौबीसी एवं सहस्त्रकूट जिनालय की 1008 प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा होगी। क्षेत्र के महामंत्री अशोक झांझरी, हंसमुख गांधी, अतुल कासलीवाल, अरुण धनोते, सुनील जैन, विनोद जैन, गुलाबराव मंडलोई, अरुण जैन, बाबूलाल जैन, आशीष चौधरी, संजय जैन, मनीष दोषी आदि ने अधिक संख्या में आकर धर्म लाभ लेने की अपील की।
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