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आदिनाथ जन्म कल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव पत्रिका विमोचित : जन्म कल्याणक महोत्सव 22 और 23 मार्च को होगा


मुनि श्री विशद सागर महाराज के सानिध्य में हो रहे सिद्ध चक्र महामंडल विधान में 512 अर्ध समर्पित किए गए।चांदखेड़ी तीर्थ क्षेत्र में भगवान आदिनाथ का जन्म कल्याणक का 22 और 23 मार्च को दो दिवसीय महोत्सव मनाया जाएगा। महोत्सव पत्रिका का विमोचन किया गया। पढ़िए चांदखेड़ी से अभिषेक जैन लुहाड़िया की यह खबर…


चांदखेड़ी(खानपुर, राजस्थान)। आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के शिष्य मुनि श्री विशद सागर महाराज के सानिध्य में हो रहे सिद्ध चक्र महामंडल विधान में 512 अर्ध समर्पित किए गए। चांदखेड़ी तीर्थ क्षेत्र में भगवान आदिनाथ का जन्म कल्याणक का दो दिवसीय महोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें मुनि श्री संघ का सानिध्य प्राप्त होगा। भगवान आदिनाथ जन्म कल्याणक महोत्सव की पत्रिका का विमोचन तेज कुमार इंदिरा देवी जैन गरोठ, राजेंद्र आशा जैन, हुकुम जैन काका कोटा सहित सभी हरसोरा परिवार कोटा के साथ देवेंद्र कुमार सरोज देवी गुना द्वारा पत्रिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर चंद्रोदय तीर्थ क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष हुकुमचंद जैन काका, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेंद्र कांसल आदि मौजूद रहे।

अभिषेक, शांतिधारा तथा ध्वजारोहण होगा

क्षेत्र कमेटी के कोषाध्यक्ष एडवोकेट गोपाल जैन ने बताया कि शुक्रवार की बेला में सिद्धचक्र महामंडल विधान में महाराज श्री संघ सानिध्य में 1024 अर्घ्य समर्पित किए जाएंगे। हवन पूर्णाहुति के साथ महामंडल विधान का समापन होगा। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है कि मुनि श्री विशद सागर महाराज संघ का सानिध्य भगवान ऋषभदेव जन्म कल्याणक महोत्सव को प्राप्त होगा। यह कार्यक्रम 22 और 23 मार्च को होगा। श्री जैन ने बताया कि 22 मार्च की सुबह श्रीजी का अभिषेक, शांतिधारा तथा ध्वजारोहण किया जाएगा। दोपहर की बेला में साधारण सभा एवं वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा। संध्या बेला में श्रीजी की आरती तथा भव्य नृत्य नाटिका प्रस्तुत की जाएगी। जिसका संयोजन दिगंबर जैन महिला महासमिति, मरुदेवी महिला मंडल खानपुर, अखिल भारतीय चंद्रोदय जैन महिला परिषद चांदखेड़ी करेगी।

श्रीजी की रथ यात्रा निकलेगी

प्रशांत जैन ने बताया कि 23 मार्च को भगवान आदिनाथ जन्म कल्याणक के अवसर पर भगवान आदिनाथ का अभिषेक शांति धारा होगी। नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए श्रीजी की रथ यात्रा निकाली जाएगी। रथयात्रा के बाद श्रीजी का अभिषेक एवं उल्लेखनीय सेवा देने वालों को सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद समस्त धर्म प्रेमी बंधुओं का स्नेहभोज होगा।

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