मुनित्रय की चरण धूलि से पावन हो रही है इंदौर की वसुधा। श्रुत संवेगी आदित्य सागरजी ने इंदौर में कहा कि ‘जों परिवर्तन से डरते हैं और संघर्ष से कतराते हैं, वो लोग मनुष्यों में सबसे बडे कायर हैं। वीर बने, डरफोक न बने। मनुष्य बने, कायर न बने। मुनिश्री आदित्य सागरजी के निर्देशन में विशुद्ध सागरजी का पट्टाचार्य महामहोत्सव सुमतिधाम, इंदौर में संपन्न होने वाला है। पढ़िए इंदौर से अभिषेक अशोक पाटील की यह पूरी खबर…
इंदौर। श्रुतसंवेगी आदित्य सागरजी महाराज, श्रुतप्रिय अप्रमित सागरजी, श्रमण श्री सहज सागरजी महाराज एवं क्षुल्लक श्रेयस सागरजी महाराज सुमतीधाम इंदौर में विराजमान है। मुनित्रय की चरण धूलि से पावन हो रही है इंदौर की वसुधा। श्रुत संवेगी आदित्य सागरजी ने इंदौर में कहा कि ‘जों परिवर्तन से डरते हैं और संघर्ष से कतराते हैं, वो लोग मनुष्यों में सबसे बडे कायर हैं। वीर बने, डरफोक न बने। मनुष्य बने, कायर न बने। सही बात है-परिवर्तन और संघर्ष से मत भागो, उसे स्वीकारो, उसमे खुद को ढालों। जब तुम दूसरों को हराओगे, तब तुम खुद भी मुस्कुराओगे।
अच्छा काम करोगे तो नाम और शोहरत जरूर पाओगे। सही बात है इत्र छिडकने वाले के हाथ महकते हैं, मैला उठाने वाले के हाथ बदबू देते हैं। मुनिश्री आदित्य सागरजी के निर्देशन में आचार्य श्री विशुद्ध सागरजी का पट्टाचार्य महा महोत्सव 25 अप्रैल 2025 में 2 मई 2025 तक सुमतिधाम, इंदौर में संपन्न होने वाला है।
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