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धार्मिक डेस्टिनेशन बन रहा पुण्योदय: 50 दंपत्तियों ने लिया प्रतिदिन 50 मिनट इंटरनेट व्रत


कोटा के पुण्योदय अतिशय क्षेत्र में भी किसी दंपत्ति के 50 वीं वैवाहिक वर्षगांठ मनाई गई। जो आज की युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श बन गई। विधानाचार्य जितेंद्र शास्त्री द्वारा सभी 50 दंपत्तियों को अगले 50 दिनों तक प्रतिदिन सोने से पहले और उठने के बाद 50 मिनट तक इंटरनेट का उपयोग नहीं करने का संकल्प दिलाया। पढ़िए कोटा से अभिषेक जैन की यह खबर…


कोटा। अपने माता-पिता के विवाह की 25 वीं या 50 वीं वर्षगांठ को मनाने के लिए युवा पीढ़ी कुछ हटकर करना चाहती है। हल्दी, मेंहदी, संगीत के नाम कई सारे इवेंट किए जा रहे हैं। यहां तक कि प्रोशेसन, वरमाला के साथ कई लोग तो फिर से फेरे भी लेने लगे हैं लेकिन, कोटा के पुण्योदय अतिशय क्षेत्र में भी किसी दंपत्ति के 50 वीं वैवाहिक वर्षगांठ मनाई गई। जो आज की युवा पीढ़ी के लिए एक आदर्श बन गई। पुण्योदय अतिशय क्षेत्र के अध्यक्ष जम्बू जैन ने बताया कि पुण्योदय हाड़ौती का सबसे बेस्ट धार्मिक डेस्टिनेशन बनता जा रहा है।

यहां भगवान के साक्षी में चक्रवर्ती विवाह के आयोजन नियमित हो रहे है। किया निवासी सुरेशचंद सुशीला देवी के विवाह की 50 वीं वर्षगांठ मनाने का एक अनोखा अंदाज उनके परिजनों ने प्रस्तुत किया। 50 दंपत्तियों को एक जैसी वेशभूषा में पुण्योदय तीर्थ पर आमंत्रित किया और वहीं पर भगवान आदिनाथ के समक्ष 50 मांडनों पर श्री 1008 श्री भक्तामर मंडल विधान की अर्चना की गई। सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि विधानाचार्य जितेंद्र शास्त्री द्वारा सभी 50 दंपत्तियों को अगले 50 दिनों तक प्रतिदिन सोने से पहले और उठने के बाद 50 मिनट तक इंटरनेट का उपयोग नहीं करने का संकल्प दिलाया गया । क्योंकि, आज इसी इंटरनेट से वैवाहिक जीवन में दूरियां बढ़ती जा रही है।


50 नए पौधे लगाए, दीप जलाए

इवेंट की बात करे तो इसी आयोजन के अगले चरण में पुत्र पुत्रियों द्वारा अपने माता पिता का पंच द्रव्यों से पाद प्रक्षालन किया और केसर से उनके उनके चरणों को छापा गया । इस दृश्य को देखने वालों की आंख द्रवित हो उठी। 50 वीं वैवाहिक वर्षगांठ पर 50 मोमबत्ती बुझाने के बजाय 50 दीपक जलाए गए और साथ ही 50 नवीन पौधरोपण किए गए। आयोजन में रतलाम से पधारी डॉ.सविता दीदी का सानिध्य प्राप्त हुआ। फूहड़ आयोजनों से बचते हुए इस श्रेष्ठि परिवार ने समाज के लिए एक नया आदर्श प्रस्तुत किया है। जिसकी सभी समाज जनों द्वारा सराहना की गई।

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