भिंड जिले के बरासो तीर्थ क्षेत्र में होने जा रहे पंच कल्याणक अनुष्ठान में आमंत्रित करने एवं क्षेत्र का महत्व बताने के लिए रथ शुक्रवार को अंबाह स्थित दिगंबर जैन मंदिर पहुंचा। यहां श्रद्धालुओं ने रथ में विराजमान भगवान की पूजा की। बरासों में 10 से 14 मार्च तक कल्याणक होगा और 16 मार्च को 414 फीट के सुमेरू पर्वत की आधारशिला रखी जाएगी। क्षेत्र विकास पर 1 हजार करोड़ रुपए व्यय होंगे। अंबाह से पढ़िए यह खबर…
अंबाह। भिंड जिले के बरासो तीर्थ क्षेत्र में होने जा रहे पंच कल्याणक अनुष्ठान में आमंत्रित करने एवं क्षेत्र का महत्व बताने के लिए रथ शुक्रवार को अंबाह स्थित दिगंबर जैन मंदिर परेड चौराहे पर आया। यहां श्रद्धालुओं ने रथ में विराजमान भगवान की पूजा-अर्चना की। इस दौरान सभी को कार्यक्रम में आने का आमंत्रण दिया गया। रथ में शामिल लोगों ने बताया कि जल्द ही तीर्थ क्षेत्र बरासो में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। जैन समाज के इस पवित्र स्थल को लगभग 1 हजार करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जाएगा। इस विकास कार्य का शिलान्यास 16 मार्च को होगा। तीर्थ क्षेत्र में 414 फीट ऊंचा सुमेरु पर्वत बनेगा, जिसकी लागत लगभग 400 करोड़ रुपए होगी। बरासो तीर्थ क्षेत्र में 414 फीट ऊंचे सुमेरु पर्वत के अलावा अस्पताल, विद्यालय, गोशाला, धर्मशाला आदि भी बनाए जाएंगे। इससे इस तीर्थ क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान मिलेगी।
16 मार्च को रखी जाएगी सुमेरु पर्वत की आधारशिला
रथ के साथ आए लोगों ने बताया कि सुमेरु पर्वत की चौड़ाई 171 फीट होगी। इस पर्वत को बनाने में लगभग 400 करोड़ रुपए का खर्च आएगा। तीर्थ क्षेत्र में अन्य विकास कार्यों पर 400 से 600 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 10 से 14 मार्च तक बरासो तीर्थ क्षेत्र में पंचकल्याणक कार्यक्रम किए जाएंगे। 16 मार्च को सुमेरु पर्वत की आधारशिला रखी जाएगी। आयोजकों ने बताया कि शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को भी आमंत्रित किया जा रहा है। इस भव्य कार्यक्रम में लगभग 1 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। बता दें कि जैन समाज के बरासो तीर्थ क्षेत्र में भगवान महावीर स्वामी का तीन बार समवशरण हुआ था। इसके बावजूद, यह तीर्थ क्षेत्र अभी तक विकास से वंचित था। अब जैन आचार्य श्री सुबल सागर जी महाराज ने इस तीर्थ क्षेत्र को विकसित करने का बीड़ा उठाया है।
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