जैन साधु-साध्वियाें के विहार के लिए अंबाह के युवा लगातार सेवाएं दे रहे हैं। जैन आचार्य वसुनंदी जी महाराज के सिहोनिया से मथुरा चौरासी के विहार में प्रतिदिन अंबाह से युवाओ की टोली जा रही है। युवाओं की यह टीम जिम्मेदारी से इस कार्य में जुटी है। पढ़िए अंबाह से अजय जैन की यह खबर…
अंबाह। जैन साधु-साध्वियाें के एक जगह से दूसरी जगह विहार के लिए अंबाह के युवा लगातार सेवाएं दे रहे हैं। जैन आचार्य वसुनंदी जी महाराज के सिहोनिया से मथुरा चौरासी के विहार में प्रतिदिन अंबाह से युवाओ की टोली जा रही है। शनिवार को मनिया में विहार के दौरान दिलीप जैन चोडसिया ने बताया कि साधु-साध्वियों की सेवा कार्य के साथ सुरक्षित विहार कराना, व्यवस्था करना ताकि उनको आने-जाने में किसी तरह की परेशानी न हो। युवा यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
यह जिम्मेदारी वाला काम है
साधु-साध्वियाें के विहार के दौरान हाे रही सड़क दुर्घटनाओं काे ध्यान में रखकर यह कार्य किया जा रहा है। संतोष जैन रिठौना ने बताया कि इलाके में साधु-साध्वियों के विहार की सूचना मिलती है ताे समाज के सभी युवा वहां पहुंचकर अपनी सेवाएं देते हैं। राेज सामान्यत 8 से 10 किमी तक का विहार होता है, लेकिन कभी यह सफर करीब 20 किमी तक का भी हाे जाता है। इस सेवा से जुड़े कुलदीप जैन ने बताया कि यह सेवा कार्य दूसरे कार्यों जैसा नहीं है। यह जिम्मेदारी वाला काम है, इसलिए इसमें लगे युवाओं काे विहार सैनिक और विहार योद्धा भी कहा जाता है।
सुरक्षित विहार सबका कर्तव्य
अरिहंत मंडल के राहुल जैन ने बताया कि साधु-साध्वी जैन संघ और समाज की धरोहर हैं, जाे चलते-फिरते तीर्थ हैं। इनका सुरक्षित विहार सबका कर्तव्य है। विहार सुबह शुरू होता है और जल्द पूरा भी हो जाता है। इन दिनों सभी युवा दिलीप जैन के मार्गदर्शन में आचार्य वसुनंदी जी के विहार में अपनी भूमिका निभा रहे हैं।
Add Comment