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भगवान बाहुबली का 22वाँ प्रतिस्थापना महोत्सवः निर्वाण लाड़ू 15 फ़रवरी को चढ़ाया जायेगा


परम पूज्य वात्सल्य वारिधी पंचम पट्टाधीश, सनावद नगर, गौरव आचार्य श्री 108 वर्धमान सागरजी महाराज के आशीर्वाद से निर्मित हुवे दिगंबर जैन श्री क्षैत्र सिद्धाचल, पोदनपुरम् में भगवान बाहुबली का 22वाँ प्रतिस्थापना महोत्सव एवं भगवान बाहुबली को निर्वाण लाड़ू आज चढ़ाया गया। पढ़िए सन्मति जैन काका से सनावद की यह पूरी खबर…


सनावद। नगर के गौरव परम पूज्य वात्सल्य वारिधी पंचम पट्टाधीश आचार्यश्री 108 वर्धमान सागरजी महाराज के आशीर्वाद से 22 वर्ष पूर्व स्थापित होवे दि. जैन श्री क्षेत्र सिद्धाचल पोदनपुरम में भगवान बाहुबली का प्रतिस्थापना महोत्सव एवं भगवान बाहुबली को निर्वाण लाड़ू चढ़ाया गया। प्रातः सर्वप्रथम भगवान बाहुबली का पंचामृत चरणा अभिषेक एवम तत्पश्चात् भगवान बाहुबली का महापूजन किया गया। भगवान को मुख्य निर्वाण लाड़ू चढ़ाने का सौभाग्य रेखा राकेश कुमार जैन मेडिकल परिवार को प्राप्त हुआ।

बाहुबली विजयी रहे, लेकिन मन ग्लानि से भर गया 

प्रशांत चौधरी ने बताया की ऋषभदेव के दो पुत्र हुए जिनका नाम भरत और बाहुबली था। भगवान बाहुबली को विष्णु का अवतार माना जाता था। वे अयोध्या के राजा थे और उनकी दो रानियां थीं एक रानी से 99 पुत्र और एक पुत्री तथा दूसरी से गोम्मटेश्वर भगवान बाहुबली तथा एक पुत्री सुंदरी थी। बाहुबली का अपने ही भाई भरत से उनके शासन, सत्ता के लोभ तथा चक्रवर्ती बनने की इच्छा के कारण दृष्टि युद्ध, जल युद्ध और मल्ल युद्ध हुआ था। इसमें बाहुबली विजयी रहे, लेकिन उनका मन ग्लानि से भर गया और उन्होंने सब कुछ त्यागकर तप करने का निर्णय लिया।

भगवान बाहुबली को पहला मोक्षगामी माना जाता है 

अत्यंत कठिन तपस्या के बाद वे मोक्षगामी बने. जैन धर्म में भगवान बाहुबली को पहला मोक्षगामी माना जाता है भगवान बाहुबली ने इंसान के आध्यात्मिक उत्थान और मानसिक शांति के लिए चार बातें बताई थींरू अहिंसा से सुख, त्याग से शांति, मैत्री से प्रगति और ध्यान से सिद्धि मिलती है।

सिद्धाचल पोदनपुरम की स्थापना 22 वर्ष पूर्व हुई

वारिश जैन संजय जैन एमपीईबी ने बताया की सिद्धाचल पोदनपुरम की स्थापना आचार्यश्री वर्धमान सागरजी महाराज ससंघ के सानिध्य में आज से 22 वर्ष पूर्व भव्य पंचकल्याणक प्रतिष्ठा करवा कर की गई थी। संदीप जैन रक्षित जैन ने बताया की बाहुबली भगवान का शास्त्रों में निर्वाण तिथि का कोई भी उल्लेख नही है। इसलिये पूरे भारत देश सिर्फ सिद्धाचल पोदनपुरम में प्रतिस्थापना दिवस के दिन ही बाहुबली भगवान को यहाँ निर्वाण लाड़ू चढ़ाया जाता है।

समाजजनों की उपस्थिति व निःशुल्क बस व्यवस्था

इस अवसर पर मनोज जैन, हेमंत काका, पवन धनोते, लविश पाटनी, मनोज जैन, अश्विन जैन संयम जटाले, हितेश जैन, अशोक पंचोलिया, नंदलाल जैनी, विशाल जैन, सुनील जैन, आशीष झांझरी, अभिषेक टोनू, अंजू पाटनी, मंजुला भूच, रश्मि जैन, सावित्री बाईं जटाले, नीतू जैन, पूर्णिमा जैन सहित सनावद, मंडलेश्वर, बडवाह, इंदौर के सभी समाजजन उपस्थित थे। इस मौके पर अमरज्योति बस परिवार के द्वारा निःशुल्क बस व्यवस्था की गई थी।

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