सुप्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर में परम पूज्य समाधि सम्राट संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में परम पूज्य मुनि श्री प्रबुद्ध सागर जी महाराज, मुनि श्री निर्दोष सागर जी महाराज, और आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी ससंघ के सानिध्य में विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। पढ़िए राजीव सिंघई की विशेष रिपोर्ट…
कुंडलपुर, (दमोह)। सुप्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर में परम पूज्य समाधि सम्राट संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस बड़े धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में परम पूज्य मुनि श्री प्रबुद्ध सागर जी महाराज, मुनि श्री निर्दोष सागर जी महाराज, और आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी ससंघ के सानिध्य में विशेष धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। इस अवसर पर प्रातः काल भक्तामर महामंडल विधान, पूज्य बड़े बाबा का अभिषेक, शांति धारा, पूजन और विधान का आयोजन किया गया, जिसमें आचार्य श्री विद्यासागर जी की पूजन विधि भी संपन्न हुई। पूज्य मुनि श्री प्रबुद्ध सागर जी महाराज और आर्यिका श्री मृदुमति माताजी के सानिध्य में कार्यक्रम की धारा आगे बढ़ी।
दोपहर 1:30 बजे विद्या भवन में मुनि संघ और आर्यिका संघ के सानिध्य में आचार्य पदारोहण दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन और मुनि-आर्यिका संघ को शास्त्र भेंट करने की पवित्र परंपरा का पालन किया गया। पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज और पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की भक्ति भाव से पूजन किया गया। इसके बाद, पूज्य मुनि श्री प्रबुद्ध सागर जी महाराज, आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी, और आर्यिकारत्न श्री निर्णय मति माताजी ने मंगल प्रवचन किए। इस अवसर पर 53 दीपों से संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की महाआरती की गई, जो श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करती है। संध्याकाल में भक्तामर दीप अर्चना और पूज्य बड़े बाबा की संगीतमय महा आरती का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारी, तीर्थ यात्री, कुंडलपुर जैन समाज के सदस्य, ब्रह्मचारी भैया जी और दीदी जी, साथ ही महिला वर्ग की भी उपस्थिति रही, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई।
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