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धर्म प्रभावना के इस मंगल कलश की कीर्ति यूं ही प्रकाशमान हो: पिछले 2 सालों में 84 नए मंदिरों में अभिषेक कर युवाओं को जोड़ने का किया कार्य


104 युवाओं के दल ने इंदौर नगर के 84 नए जिनालयों में सुबह अभिषेक पूजन कर इतिहास बनाया है। बाहुबली अभिषेक मंडल, इंदौर संस्था से जुड़े यह युवा हर रविवार सुबह 6 बजे एक नए जैन मंदिर में पहुंचकर वृहद कलश अभिषेक शांतिधारा कर जैन समाज के युवाओं को जैन धर्म की पूजा विधि समझाने का पुनीत कार्य कर रहे हैं। पढ़िए इंदौर से यह स्टोरी…


इंदौर. इंदौर नगर में दृढ़संकल्पित युवाओं ने अपने युवा साथियों को जैन धर्म की पूजा विधि और पद्धति से अवगत करवाने के लिए जिनालयों में अभिषेक करने का अभियान आरंभ किया है। अब तक 104 युवाओं के दल ने इंदौर नगर के 84 नए जिनालयों में सुबह अभिषेक पूजन कर इतिहास बनाया है। बाहुबली अभिषेक मंडल, इंदौर संस्था से जुड़े यह युवा हर रविवार सुबह 6 बजे एक नए जैन मंदिर में पहुंचकर वृहद कलश अभिषेक शांतिधारा कर जैन समाज के युवाओं को जैन धर्म की पूजा विधि समझाने का पुनीत कार्य कर रहे हैं। इस अभियान का आरंभ किस प्रकार हुआ, इस बारे में बताया गया कि जैन समाज के युवाओं में यह संकोच था कि इस रविवारीय अभिषेक शांतिधारा के कार्यक्रम को किस तरह किया जाए।

बाहुबली मंडल के सदस्यों ने इस अभियान में युवाओं को साथ लेकर जिनालयों में अभिषेक का कार्यक्रम आरंभ किया। इसके चलते हर रविवार 10 से 12 युवा साथ हो लिए और यह अभियान आगे बढ़ते गया। बाहुबली मंडल से जुडे़ मयंक जैन और डॉ अभिषेक कंसल ने बताया कि नए युवाओं में धर्म प्रभावना जाग्रत करने के उद्देश्य से इस धार्मिक कार्यक्रम को एक लक्ष्य की तरह लेकर चले और अब तक इस मंडल के साथ 104 युवा जुड़ चुके हैं। उन्होंने बताया कि इंदौर नगर में 150 जैन मंदिर हैं। लक्ष्य यह है कि सभी जिनालयों में अभिशेक शांतिधारा का यह रविवारीय कार्यक्रम किया जाए।

अब तक 84 जिनालयों में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक कर चुके हैं। बताया गया कि इस कार्यक्रम में 10 से 12 युवा नियमित रूप से आ रहे हैं और धर्म प्रभावना के इस महाभियान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। मयंक जैन बताते है कि अभिषेक शांतिधारा के इस कार्यक्रम में सभी नए और पुराने जिनालयों तक पहुंचने का लक्ष्य है।

सितंबर 2022 से आरंभ हुआ है अभियान

आपको बता दें कि नए जिनालयों में अभिषेक शांतिधारा कलश के इस कार्यक्रम का आरंभ सितंबर 2022 में शीतलनगर जिनालय से हुआ था तब से लेकर अब तक 84 मंदिर तक पहुंचकर धर्म प्रभावना की धर्म ध्वजा को लेकर युवा पहुंचे हैं। दिगम्बर जैन 1008 श्री पार्श्वनाथ जिनालय जी सिलिकॉन सिटी इंदौर में 27 अक्टूबर को 113वां कलश अभिषेक तथा दिगम्बर जैन 1008 श्री महावीर जिनालय जी परिवाहन नगर इंदौर में 3 नवंबर को 114वां कलश अभिषेक का कार्यक्रम संपन्न हो चुका है।

श्री विद्यासागर गो संवर्धन गोशाला में भी करते हैं सहयोग

प्रति रविवार नित नए जिनालय में अभिषेक पूजा का पुण्य लाभ दिलवाने वाले,अभी तक 84 जिनालय का में अभिषेक करने वाले एवं युवाओं को धर्म से जोड़ने वाले बाहुबली मंडल इंदौर की एक नई पहल जारी है। इसमें जोड़ने के लिए भी अपील की जा रही है। मयंक जैन बताते हैं कि हर महीने दो गाड़ी चारा रेवती रेंज स्थित श्री विद्यासागर गो संवर्धन गोशाला में भेजा जाता है। इस अभियान से भी जैन समाज के युवाओं को भी गोसेवा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारा प्रस्ताव है कि प्रत्येक सदस्य साल में एक बार सिर्फ 2500 रु की दानराशि गो सेवा के लिए प्रदान करें। इस राशि का उपयोग रेवती रेंज इंदौर स्थित श्री विद्यासागर गो संवर्धन गोशाला को गो धन के भरण-पोषण सेवा-सुश्रुषा के लिए करेंगे।

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