राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर प्रातः काल राजघाट पर स्थित समाधि स्थल एवं दिन में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, तीस जनवरी मार्ग, नई दिल्ली में सर्वधर्म प्रार्थना और भक्ति संगीत का आयोजन किया गया। राजघाट में सुबह की सभा में राष्ट्रपति पदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, राहुल गांधी सहित कई विशिष्ट व्यक्तियों ने बापू की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस सभा में धार्मिक प्रार्थनाओं के बाद, डॉ. इंदु जैन ‘राष्ट्र गौरव’ ने गांधी जी के मुख्य विचारों को प्रस्तुत किया। पढ़िए यह विशेष रिपोर्ट…
नई दिल्ली। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती के अवसर पर प्रातः काल राजघाट पर स्थित समाधि स्थल एवं दिन में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, तीस जनवरी मार्ग, नई दिल्ली में सर्वधर्म प्रार्थना और भक्ति संगीत का आयोजन किया गया। राजघाट में सुबह की सभा में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, राहुल गांधी सहित कई विशिष्ट व्यक्तियों ने बापू की समाधि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
इस सभा में धार्मिक प्रार्थनाओं के बाद, डॉ. इंदु जैन ‘राष्ट्र गौरव’ ने गांधी जी के मुख्य विचारों को प्रस्तुत किया। मध्याह्न में गांधी स्मृति में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना में उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, गांधी स्मृति के उपाध्यक्ष श्री विजय गोयल और देश-विदेश से आए अतिथियों ने बापू की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया।
पद्मश्री सोनू निगम द्वारा प्रस्तुत सुमधुर भजन ने लोगों को भक्ति में मग्न कर दिया। प्रार्थना सभा में सभी धर्म प्रतिनिधियों के साथ ही जैन प्रतिनिधि डॉ. इंदु जैन का सम्मान अंगवस्त्र देकर किया गया। विश्व शांति की भावना से ‘जैन प्रार्थना’ के अंतर्गत, डॉ. इंदु जैन ने “णमो जिणाणं-जय जिनेन्द्र-जय ऋषभदेव-जय महावीर” के उद्घोष के साथ प्रार्थना का शुभारंभ किया।
उन्होंने संस्कृत में मंगलाष्टक स्तोत्र का सस्वर वाचन किया, जो पूरे वातावरण में गूंज उठा। डॉ. इंदु जैन कई प्रतिष्ठित संस्थाओं से जुड़कर, बड़े मार्गदर्शकों के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में जैन धर्म का प्रतिनिधित्व करते हुए धर्मप्रभावना कर रही हैं। उन्हें भारत सरकार के राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में विशेषज्ञ सलाहकार सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है।
सर्वधर्म प्रार्थना और पद्मश्री सोनू निगम के भक्ति संगीत, साथ ही बच्चों के समूह गान के पश्चात, उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने सभी धर्म के प्रतिनिधियों का अभिवादन किया। इस सभा में जैन, बौद्ध, ईसाई, पारसी, बहाई, यहूदी, मुस्लिम, सिख और हिंदू सभी धर्म के प्रतिनिधियों ने बापू को नमन करते हुए विश्व शांति की भावना से प्रार्थनाएं कीं। गांधी जी की स्मृति में आयोजित संगीतमय भावांजलि, सर्वधर्म प्रार्थना और भक्ति संगीत का सीधा प्रसारण दूरदर्शन, आकाशवाणी और विभिन्न समाचार चैनलों के माध्यम से लाखों लोगों तक पहुंचा।
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