जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का जीवन अहिंसा और करुणा का आदर्श माना जाता है। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय, अपरिग्रह का मार्ग दिखाया था। भगवान श्री पार्श्वनाथ जी के 2900वें जन्मोत्सव और 2800वें निर्वाणोत्सव वर्ष के अवसर पर भारत सरकार स्मारक डाक टिकट जारी करेगी। पढ़िए राजेश जैन दद्दू की विशेष रिपोर्ट….
इंदौर, जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर भगवान श्री पार्श्वनाथ जी का जीवन अहिंसा और करुणा का आदर्श माना जाता है। उन्होंने अहिंसा, सत्य, अस्तेय, अपरिग्रह का मार्ग दिखाया था। भगवान श्री पार्श्वनाथ जी के 2900वें जन्मोत्सव और 2800वें निर्वाणोत्सव वर्ष के अवसर पर भारत सरकार स्मारक डाक टिकट जारी करने की स्वीक्रति दे दी है। भारत वर्षीय जैन समाज द्वारा केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से स्मारक डाक टिकट जारी करने का निवेदन किया। निवेदन को स्वीकारते हुए अपने प्रयास से मांग पूरी की। जिसकी जानकारी पत्र के माध्यम से केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दी।
इस अवसर पर भारत वर्षीय जैन समाज एवं इंदौर दिगम्बर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ जैनेन्द्र जैन महावीर ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन के अध्यक्ष राकेश विनायका, सुशील पांड्या, हंसमुख गांधी टीके वेद, राजेश जैन दद्दू, परवार समाज महिला संगठन की अध्यक्ष मुक्ता जैन सारिका जैन पुष्पा जी कासलीवाल और समाज जन ने ऐतिहासिक निर्णय के लिए केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार व्यक्त किया।
Add Comment