आचार्य श्री विराग सागर महाराज के समाधि मरण पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पत्र लिखकर शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लिखा है कि परम पूज्य गणाचार्य 108 श्री विरागसागर जी महाराज की जालना (महाराष्ट्र) के पास समाधि का समाचार प्राप्त हुआ। पढ़िए यह पूरा शोक संदेश….
इंदौर। आचार्य श्री विराग सागर महाराज के समाधि मरण पर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पत्र लिखकर शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने लिखा है कि परम पूज्य गणाचार्य 108 श्री विरागसागर जी महाराज की जालना (महाराष्ट्र) के पास समाधि का समाचार प्राप्त हुआ।
परम पूज्य गणाचार्य श्री विरागसागर जी का जन्म मध्यप्रदेश की धरती पर पथरिया में हुआ था। इस नाते मध्यप्रदेश वासियों के लिए भी उनकी समाधि का समाचार पीड़ादायक है। संयोग से आचार्य विद्यासागर जी ने भी मध्यप्रदेश के अनेक स्थानों पर प्रवास किया। प्रदेश के निवासियों से उनके आत्मीय संबंध रहे। उनका आशीर्वाद मध्यप्रदेश वासियों को मिला। उनके देह त्यागने के पश्चात कम समय में ही यह दूसरी बड़ी सामाजिक क्षति हुई है।
श्री विरागसागर जी ने धर्म और आध्यात्म का मार्ग चुना। पूरे राष्ट्र में उनका प्रवास होता था। उनकी शिक्षाएं सदैव समाज कल्याण के लिए सभी को प्रेरित करती रहेंगी। उनके सार्थक जीवन का उदाहरण हमारे समक्ष दीर्घ अवधि तक रहेगा।
इस घड़ी में परम पूज्य गणचार्य के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए मैं देश समग्र जैन समाज के पदाधिकारियों और सदस्यों को अपनी भावना से अवगत करवाना चाहता हूं। निश्चित ही यह एक गहरा आघात है। परम पूज्य गणाचार्य के प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं।
Add Comment