यदि गृहस्थ जीवन में रहकर मनुष्य अपने पापों का नाश करना चाहता है और अपने पुण्य का संचय करना चाहता है एवं मनुष्य पर्याय को सार्थक करना चाहता है । लेकिन वह त्याग नहीं कर पा रहा, पूजन भजन भक्ति नहीं कर पा रहा, मोह नहीं छोड़ पा रहा, दिगम्बरत्व धारण नहीं कर पा रहा, तो उन्हें प्रतिदिन प्रातः सोकर उठते ही महामंत्र णमोकर का स्मरण करना चाहिए। पढि़ए मनोज जैन नायक की रिपोर्ट ……
मुरैना।यदि गृहस्थ जीवन में रहकर मनुष्य अपने पापों का नाश करना चाहता है और अपने पुण्य का संचय करना चाहता है एवं मनुष्य पर्याय को सार्थक करना चाहता है । लेकिन वह त्याग नहीं कर पा रहा, पूजन भजन भक्ति नहीं कर पा रहा, मोह नहीं छोड़ पा रहा, दिगम्बरत्व धारण नहीं कर पा रहा, तो उन्हें प्रतिदिन प्रातः सोकर उठते ही महामंत्र णमोकर का स्मरण करना चाहिए। तत्पश्चात नित्य क्रियाओं से निवृत होकर सबसे पहले देव दर्शन करना चाहिए । जिनेंद्र प्रभु के दर्शन करने से,अपने इष्टदेव के दर्शन करने एवं साधुओं की, अपने गुरुओं की वंदना करने से मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते हैं, पापों का क्षय हो जाता है और मनुष्य का जीवन मंगलमय हो जाता है । यह वचन मुनिश्री शिवानंद जी महाराज ने ज्ञानतीर्थ जैन मंदिर मुरेना में धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहे ।
मुरैना में आगमन पर अर्पित किया श्रीफल
प्रातः कालीन वेला में दिगम्बराचार्य अभीक्ष्ण ज्ञानोपयोगी श्री वसुनंदी जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि युगल श्री शिवानंद जी महाराज एवं प्रशमानंद जी महाराज का दिल्ली से पद विहार करते हुए ज्ञानतीर्थ मुरैना में भव्य मंगल प्रवेश हुआ । बैंड बाजों एवं जिनेंद्र प्रभु के जयकारों के साथ युगल मुनिराजों के मंगल आगमन पर ज्ञानतीर्थ महा आराधक परिवार की ओर से ब्रह्मचारिणी बहिन अनीता दीदी, मंजुला दीदी, ललिता दीदी एवं मुरेना जैन समाज द्वारा भव्य आगवानी की गई । आज पूज्य मुनिवर श्री शिवानंद जी महाराज का क्षुल्लक दीक्षा दिवस भी था । इस पावन अवसर पर हुई धर्मसभा का शुभारंभ बाल ब्रह्मचारिणी बहिन ललिता दीदी के मंगलाचरण से हुआ । शांतिधारा करने का सौभाग्य राजेंद्रकुमार साकेत भंडारी को प्राप्त हुआ । शास्त्र भेंट करने का सुअवसर सुनीता सुनील जैन भोपाल एवं राजेंद्र भंडारी मुरैना को प्राप्त हुआ । धर्मसभा के दौरान ज्ञानतीर्थ पर विराजमान अनीता दीदी ने ज्ञानतीर्थ क्षेत्र का परिचय प्रस्तुत किया ।बड़ा जैन मंदिर कमेटी के अध्यक्ष प्राचार्य अनिल जैन ने अपने साथियों के साथ पूज्य मुनिराजों को मुरैना में आगमन पर श्रीफल अर्पित किया ।पूज्य मुनिराजों की ज्ञानतीर्थ पर ही आहारचर्या संपन्न हुई । शाम को ही युगल मुनिराजों ने ज्ञानतीर्थ से बड़ा जैन मंदिर मुरैना के लिए पद विहार किया । रविवार को प्रातः 08.30 बजे श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती बड़ा जैन मंदिर मुरैना में पूज्य मुनिराजों के प्रवचन होगें। तत्पश्चात आहारचर्या होगी । शाम को सोनागिरी की ओर मंगल पद विहार होने की पूर्ण संभावना है ।
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