तीर्थ यात्रा समाचार

तीर्थ यात्रा 4 तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व पुराना है कर्नाटक में जैन धर्म का इतिहास : श्रवणबेलगोला और अन्य जैन मठों की स्थली है दक्षिण भारत का यह राज्य


कर्नाटक दक्षिण भारत का एक राज्य है जिसका जैन धर्म के साथ एक लंबा संबंध है। कर्नाटक के साथ जैन धर्म का ऐतिहासिक जुड़ाव तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व से है। कर्नाटक में जैन धर्म से संबंधित कई स्मारक हैं। जैन स्मारकों में छोटे मंदिर जैन मंदिर, आगम ममता की मूर्तियां और स्तंभ शामिल हैं। पढ़िए श्रीफल जैन की संपादक रेखा जैन की विशेष रिपोर्ट…


कर्नाटक में 1 सिद्ध क्षेत्र, 12 अतिशय क्षेत्र और 3 कला आदि अन्य क्षेत्र हैं। कुल मिलाकर 16 तीर्थ क्षेत्र हैं।

सिद्धक्षेत्र – कनकगिरी (मलेयूर)

अतिशयक्षेत्र – बीजापुर, हरसूर, हुम्चा (होम्बुज पद्मावती),  हुणसे (हड़गली), ज्वालामालिनी, कमठाण, कारकल, मलखेड (मान्यखेट), मूडबिद्री, श्रवणबेलगोला, स्तवनिधि (तवंदी), वेणुर

कला क्षेत्र – धर्मस्थल, कोथली, शखबसदी,

सिद्ध क्षेत्र का विवरण: 

अतिशय क्षेत्र का परिचय:

कला व अन्य क्षेत्र का विवरण:

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पार्ट 1

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पार्ट – 2

तीर्थ यात्रा पार्ट 2 अद्भुत नक्काशी और भव्यता के साथ बने हैं राजस्थान के जैन मंदिर

पार्ट 3

तीर्थ यात्रा पार्ट 3 कई करोड़ मुनि मोक्ष गए हैं यहां के सिद्धक्षेत्रोंं से

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Rekha Jain

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