जैन धर्म के प्रवर्तक एवं प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का जन्म कल्याणक चैत्र वदी नवमी बुधवार 3 अप्रैल को जैन धर्मावलंबी देशभर में मनाएंगे। इस उपलक्ष्य में जैन मंदिरों में विविध धार्मिक कार्यक्रम प्रभात फेरी, अभिषेक, शांति धारा, श्रीजी की पूजन, शोभा यात्रा, भक्तांबर पाठ आदि कार्यक्रम होंगे। पढि़ए राजेश जैन दद्दू की पूरी रिपोर्ट…
इंदौर। जैन धर्म के प्रवर्तक एवं प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का जन्म कल्याणक चैत्र वदी नवमी बुधवार 3 अप्रैल को जैन धर्मावलंबी देशभर में मनाएंगे। इस उपलक्ष्य में जैन मंदिरों में विविध धार्मिक कार्यक्रम प्रभात फेरी, अभिषेक, शांति धारा, श्रीजी की पूजन, शोभा यात्रा, भक्तांबर पाठ आदि कार्यक्रम होंगे। मुख्य समारोह प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी दिगंबर जैन समवशरण मंदिर तुकोगंज ट्रस्ट एवं दिगंबर जैन श्राविकाश्रम ट्रस्ट कंचन बाग के संयुक्त तत्वाधान एवं पंडित रतनलाल जी शास्त्री के निर्देशन में समवशरण मंदिर में होगा। कार्यक्रम के अंतर्गत मंदिर में प्रात: 6:30 बजे नित्य, नियम अभिषेक, शांति धारा होगी।
तत्पश्चात प्रात: 7:30 बजे समव शरण मंदिर से श्री जी की शोभा यात्रा का जुलूस प्रारंभ होकर कंचन बाग एवं रतलाम कोठी होते हुए वापस समवशरण मंदिर आएगा। जहां प्रवचन एवं अभिषेक शांति धारा होगी एवं प्रभावना वितरित की जाएगी। जुलूस में आश्रम की ब्रह्मचारी बहनें एवं ब्रह्मचारी भैयाजी भी सम्मिलित होंगे। महिलाएं केसरिया वस्त्र एवं महिला मंडल अपने यूनिफॉर्म में और पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र में सम्मिलित हों बैंड-बाजों की धुन पर मंगल गीत गाते और जयकारा लगाते हुए पैदल चलेंगे। संध्या 7:30 बजे आरती एवं 8:00 बजे से भजन संध्या होगी। समाज नेत्री रानी दोशी ने समाज जनों से जन्म जयंती समारोह में सम्मिलित होने की अपील की है।
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