कहते है बेटे भाग्य से तो बेटियां सौभाग्य से जन्म लेती है समाज में बेटियों के प्रति सोच बदलने में जैन बगीची रोड़ के एक परिवार ने २३ मार्च को मिशाल कायम की। रिटायर्ड शिक्षक नरेश जैन गुरु ने अपनी नातिनी ऐरा के जन्मदिन की खुशी में न केवल गरीब मजदूरों के बीच जाकर जश्न मनाया, बल्कि प्रति वर्ष इस मौके पर वंचित शोषित एवं गरीबों की सेवा करने का संकल्प भी लिया। पढि़ए अजय जैन की रिपोर्ट…
अम्बाह। कहते है बेटे भाग्य से तो बेटियां सौभाग्य से जन्म लेती है । समाज में बेटियों के प्रति सोच बदलने में जैन बगीची रोड़ के एक परिवार ने २३ मार्च को मिशाल कायम की। रिटायर्ड शिक्षक नरेश जैन गुरु ने अपनी नातिनी ऐरा के जन्मदिन की खुशी में न केवल गरीब मजदूरों के बीच जाकर जश्न मनाया, बल्कि प्रति वर्ष इस मौके पर वंचित शोषित एवं गरीबों की सेवा करने का संकल्प भी लिया इस मौके पर मुरैना रोड स्थित एक ईंट भट्टा पर ऐरा के जन्मदिन पर नवीन पहल करते हुए नरेश जैन के परिजनों ने प्रत्येक मजदूर परिवार को भोजन हेतु बर्तनों का सेट भेंट किया।
इसके साथ ही बालिकाओं एवं बच्चों को पिचकारी एवं होली की मिठाई सहित शैक्षणिक सामग्री वितरित की गई। इस मौके पर पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जिनेश जैन ने कहा कि बेटा और बेटी दोनों ही अनमोल होते हैं। ईश्वर की कृतियों में भेद नहीं होना चाहिए। बेटी हमारे लिए ईश्वर का अनमोल उपहार है। नरेश जैन के परिवार ने जो पहल शुरू की है वह सराहनीय है। उन्होंने आमजन से भी बेटा और बेटी में भेद न करने की अपील की कार्यक्रम में मौजूद नरेश जैन गुरु ने कहा कि वेदों में कन्याओं को देवी स्वरूप ही बताया गया है।
उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर खुशियां बांटने से जिस संतुष्टि का सुखद आभास होता है वह कहीं और नहीं हो पाता है। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते यदि हम अपनी खुशियों के इन पलों को अपने आसपास जरूरतमंद लोगों के बीच मिलकर बांटने का काम करें, तो समाज में समानता का संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि इन बच्चों के चेहरे की खुशियां साथ ही यहां मुझे जो आत्मीयता की बरसात मिली है वह किसी भी पुरस्कार से कम नहीं है। वहीं इस आयोजन में पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जिनेश जैन, नरेश जैन गुरुजी, शुभम जैन, आदिति जैन, नमन जैन, प्रीति जैन, संकल्प जैन, श्रीमती मंजू जैन, महेश चंद्र जैन सहित अनेक लोग मौजूद थे।
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