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प्रत्येक सोमवार विशेष कॉलम चर्चा - 1 : एक व्यक्ति, एक संस्था, एक पद


हर सोमवार श्रीफल जैन न्यूज की संपादक रेखा जैन के कॉलम “चर्चा” में समाज की उन सभी बातों-विषयों पर चर्चा होगी, जो दबी हुई हैं लेकिन भीतर ही भीतर चल रही हैं। वे बातें जो समाज में चर्चा का विषय हैं, लेकिन जिनके बारे में कोई भी कुछ खुलेआम कहने को तैयार नहीं है। इसकी पहली कड़ी में पढ़ें चर्चा एक व्यक्ति, एक संस्था और एक पद के मुद्दे पर…


समाज की धन, बल और प्रतिभा की शक्ति का केंद्रीयकरण समाज नहीं कर पाया है। धन की शक्ति बिखरी हुई है। समाज में समय-समय पर संस्थाएं तो नई-नई बनती रहीं लेकिन उनमें कार्यकर्ता नए नहीं आ पाए। पुरानी संस्था से जो टूटे, वे नई संस्था से जुड़े और कुछ लोग तो दो या दो अधिक संस्थाओं में पद पर विराजमान हैं। मुझे लगता है कि इन सब के कारण नए कार्यकर्ता समाज में काम नहीं कर पा रहे हैं और यही वजह है कि संस्था भी अपने मूल उद्देश्य से भटक कर अन्य कार्य में लगी हुई है। समाज के विकास के लिए सभी को मिलकर एक संकल्प लेना चाहिए कि एक व्यक्ति, एक ही संस्था, एक पद पर रहकर कार्य करे ताकि वह उस संस्था का कार्य बखूबी तरीके से कर सके। मेरी दूसरी चिंता यही है कि समाज में नई कार्यकर्ता तैयार ही नहीं हो पा रहे और हो भी रहे हैं तो वे स्वतंत्र रूप से कार्य नहीं कर पा रहे हैं। एक ही व्यक्ति अलग-अलग संस्थाओं में अलग-अलग पद पर आसीन रहेगा तो वह उस संस्था को कैसे मार्गदर्शित कर सकता है? कैसे उसमें 100 प्रतिशत समय, धन दे सकता है? एक व्यक्ति अगर संस्था के मुख्य नेतृत्व और प्रबंधन का जिम्मेदार होता है तो वह उसके सभी क्षेत्रों को संचालित करने में अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभा पाता है लेकिन अगर वह अलग-अलग संस्था में अलग-अलग पद पर स्थापित होगा तो वह किस संस्था में अपना अच्छे से योगदान दे पाएगा, यह सुनिश्चित करना मुश्किल ही नहीं, लगभग नामुमकिन है। संस्था जिस उद्देश्य से बनाई जाती है, उस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए उस व्यक्ति को अथक प्रयास करते हुए अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए, तभी उस संस्था को बनाने का उद्देश्य सार्थक होगा। आज हम देखते हैं कितनी ही संस्थाओं का जन्म हो गया लेकिन समाज का विकास जैसा होना चाहिए, वैसा नहीं हो पा रहा है। पंथवाद-संतवाद और राजनीति के चक्कर में संस्थाएं अपने मूल उद्देश्य को भूलती जा रही हैं और इसी के साथ समाज की शक्ति का भी विभाजन हो रहा है। तो आइए संकल्प करें कि हम अपने समाज के विकास के लिए एक व्यक्ति, एक पद, एक संस्थान के उद्देश्य की दिशा में मिलकर काम करेंगे।

shreephaljainnews@gmail.com 

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Rekha Jain

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