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पंचकल्याणक के महापात्रों का चयन हुआ: दान के बाद आनंद के साथ नृत्य करना चाहिए


श्री मुनिसुव्रत दिगंबर जैन मंदिर तुलसी नगर इंदौर में रविवार को 26 अप्रैल से 2 मई को होने वाले अनुपम पंचकल्याणक तुलसी नगर के महापात्रों का चयन हुआ। पढ़िए राजेश जैन दद्दू की रिपोर्ट…


इंदौर। मुनि श्री विमल सागर जी महाराज, सर्वश्रेष्ठ साधक आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य, मुनि श्री विमल सागर जी, मुनि श्री अनंत सागर जी, मुनि धर्मसागर जी, मुनि श्री भाव सागर जी महाराज के सानिध्य में एवं ब्रहमचारी विनय भैया जी बंडा, ब्रहमचारी नितिन भैया के निर्देशन में श्री मुनिसुव्रत दिगंबर जैन मंदिर तुलसी नगर इंदौर में रविवार को 26 अप्रेल से 2 मई को होने वाले अनुपम पंचकल्याणक तुलसी नगर के महापात्रों का चयन हुआ।

ये बने पंचकल्याणक के महापात्र 

पंचकल्याणक के महापात्र बनने का सौभाग्य इन सबको प्राप्त हुआ। सौधर्म इन्द्र राजेश जैन रसिया पाली ललितपुर वाले एड. सारिका जैन (शास्त्री) परवार समाज महिला मंडल सचिव निवासी उदय नगर, इंदौर भगवान के माता पिता किरण, अशोक कुमार जैन (एक्साइज) उदय नगर महायज्ञ नायक, जिनेन्द्र कुमार, कमल ट्रांसपोर्ट ईशान इन्द्र हसमुख गांधी उर्मिला गांधी पंचकल्याणक महोत्सव के अध्यक्ष कुबेर आर के जैन (अध्यक्ष तुलसी नगर जैन मंदिर) सुमन जैन बाहुवली महावीर जैन (ट्रस्टी तुलसी नगर, मंदिर) छाया जैन राजा श्रेयांश कमल कुमार जैन शकुन जैन राजा सोम अशोक जैन खुरई वाले, अंजना जैन, माहेन्द्र इन्द्र, नीरज जी दिव्या जी खुरई वाले , सानत कुमार इंद्र, सुनील कुमार, रेखा जैन खुरई वाले भरत चक्रवर्ती, रवि कुमार जी छतरपुर वाले परिवार ने परम सौभाग्य प्राप्त किया। आप के पुण्य की अनुमोदना दिगंबर जैन समाज सामाजिक सांसद के अध्यक्ष राजकुमार पाटोदी, मंत्री डॉ जैनेन्द्र जैन , महावीर ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश विनायका, सुशील पांड्या, राजीव जैन बंटी, टीके वेद, राजेश जैन दद्दू संजीव जैन संजिवनी आदि समाजजन ने बधाई दी।

मंदिर का साथ बनाएं संत-निवास 

इस अवसर पर पूज्य मुनि श्री विमल सागर जी महाराज ने कहा कि पापों के नाश के लिए मंदिर होते है। मंदिर के साथ संत निवास भी बनाना चाहिए, दान देने के बाद आनंद के साथ नृत्य करना चाहिए। इस अनुपम पंचकल्याण में पूरे भारत वर्ष से प्रतिमाएं प्रतिष्ठा के लिए आएगी, जिसमें उदयनगर, सुखलिया, खिमलासा, परदेशीपुरा आदि मंदिरों की प्रतिमा आएगी, यह पंचकल्याणक सामान्य नहीं अनुपम और विशाल होगा ।

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