नगर के पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अटामंदिर में विराजमान आर्यिकारत्न आदर्शमति माता जी संघस्थ प्रभावक आर्यिका अतंरमति माता जी ने अष्टान्हिका पर्व पर आयोजित सिद्धचक्र विधान में प्रवचन दिए। इस मौके पर अनेक कार्यक्रम हुए। पढ़िए राजीव सिंघई की रिपोर्ट…
ललितपुर। गुरु के बिना जीवन को अधूरा बताते हुए आर्यिका अंतरमति माता जी ने कहा कि जीवन में सदगुरु न हो तो जीवन बेकार है। जीवन में गुरु जरूरी है। आर्यिका श्री ने कहा कि गुरु अंधेरे से उजाले में ले जाने का माध्यम है, जिनके द्वारा जीवन के दुर्गुणों को दूर करने का मार्ग प्रशस्त होता है और सदमार्ग की प्रेरणा मिलती है। गुरु के बिना बुद्ध और शक्ति जीवन में अनर्थ करती है। नगर के पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अटामंदिर में विराजमान आर्यिकारत्न आदर्शमति माता जी संघस्थ प्रभावक आर्यिका अतंरमति माता जी ने उक्त उदगार अष्टान्हिका पर्व पर आयोजित सिद्धचक्र विधान में व्यक्त किए।
आर्यिका श्री के सानिध्य में प्रातःकाल प्रभु का अभिषेक शान्तिधारा पुण्यार्जक परिवार द्वारा की गई, जिसमें आर्यिका श्री के अतिरिक्त आर्यिका अनुनयमति जी, आर्यिका श्वेतमति जी, आर्यिका संवरमति जी, आर्यिका शैलमति माता जी विराजमान रहीं। विधान प्रतिष्ठाचार्य पं. विनीत शास्त्री सांगानेर के मार्गदर्शन में हुआ, जिसमें श्रावकों ने 128 अर्घ्य भक्ति पूर्वक समर्पित किए। विधान में सौधर्म इन्द्र ललित कुमार दीपक जैन एवं मैनासुन्दरी का पुण्यार्जन सुरेन्द्र सराफ ने किया।
विधान में साधु वैयावृत्ति महिला मण्डल, नंदा सुनंदा महिला मण्डल, जिनवाणी सुरक्षा मण्डल, चन्द्रप्रभु महिला मण्डल, पूर्णमति महिला मण्डल, आदर्श श्राविका महिला मण्डल ने विधान की द्रव्य सामग्री भक्ति पूर्वक समर्पित की, जिसमें संगीतकार प्रदीप जैन बाहुबलिनगर ने श्रावकों को प्रभु की भक्ति कराई। इसमें श्रावक भक्ति में झूम उठे। सायंकाल श्रीजी के सम्मुख श्रावकों ने भक्ति पूर्वक आरती कर पुण्यार्जन किया। विधान में मंदिर प्रबधक भगवानदास कैलगुवा, कपूरचंद लागौन, मंत्री सतीश नजा, धार्मिक आयोजन संयोजक मनोज जैन बबीना, अखिलेश गदयाना, डॉ. संजीव कडंकी, प्रेमचंद विरधा, मनोज जैन, संजय सराफ, ज्ञानचंद कुम्हैण्डी, प्रमोद जैन गुरसौरा, नरेश जेन मुक्ता, नीलेश जैन मसौरा, ऋषभ जैन, सचिन जैन लागौन के अतिरिक्त अनीता मोदी, वीणा जैन, नीलम सराफ, सिलोचना जैन, सरिता जैन गुगरवारा, समता जैन, करूणा जैन, अंजली सराफ, संगीता नायक, श्वेता जैन, रागनी जैन, मोहनी कठरया, इन्दिरा जैन, नीलम कामरा आदि का विशेष योगदान मिल रहा है। गौरतलब रहे कि इन दिनों आर्यिका रत्न आदर्शमति माता जी संघ सहित दयोदय पशु संरक्षण केन्द्र गौशाला ललितपुर एवं आर्यिका अंतरमति माता जी संघ सहित पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन अटामदिर में विराजमान है, जहां अपूर्व धर्मप्रभावना हो रही है।
Add Comment