सारांश
श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में अयोध्यापुरी में समवशरण की रचना हुई। निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज ने पंचकल्याणक से सीख लेते हुए जीवन को संस्कारित बनाने की प्रेरणा दी। पढ़िए राजीव सिंघई की विस्तृत रिपोर्ट…
ललितपुर। निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज ने संसार को नश्वर बताते हुए कहा कि सारी दुनिया को समझो तो जीवन अर्थ के अभाव में अनर्थ हो रहा है। मनुष्य भूल जाता है कि उसका प्रयोजन करने से कितना अनर्थ हो जाता है। भक्त की भक्ति भगवान बनने की रहती है लेकिन इसका दुरूपयोग करके वह सर्वनाश कर लेता है। उन्होंने कहा कि मोक्ष मार्ग के लिए कर्मों का क्षय कर मुनिव्रत पालन करना है लेकिन अर्थ क्रिया के अभाव में भटक जाता है और प्रयोजन का स्वरूप भूल जाता है।
मुनि श्री ने कहा कि जैन दर्शन जीवन में जोड़ने की शिक्षा देता है, तोड़ने की नहीं। भगवान आदिनाथ ने असि, कृषि और मसि की शिक्षा देकर छह आवश्यक कार्य बताए थे। पाप दुखदाई है, परिग्रह युक्त है। इनको छोडे़ बगैर पुण्य नही होगा। उन्होंने पंचकल्याणक से सीख लेते हुए जीवन को संस्कारित बनाने की प्रेरणा दी।
समवशरण की हुई रचना
शनिवार दोपहर में श्रीमज्जिनेन्द्र पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में अयोध्यापुरी में समवशरण की रचना हुई, जिसका लोकार्पण पुण्यार्जक परिवार ने किया। आरती श्रेयांस जैन अशोकनगर परिवार ने 46 दीपों से की। समवशरण में विराजित देव, शास्त्र, गुरु का पूजन करने वैमानिक, कल्पवासी, व्यंतर, भवनवासी, तिर्यंच, देवगण पहुंचे। इन सभी ने समवशरण में अपनी मनोकामना की पूर्ति की भावना से पूजन उपस्थित इन्द्र- इन्द्राणियों के साथ किया। दोपहर में ही प्रतिष्ठाचार्य प्रदीप भैया सुयश के मार्गदर्शन में ज्ञानकल्याणक एवं आचार्य श्री की पूजा भक्ति पूर्वक सम्पन्न हुई। समवशरण में निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज, मुनि पूज्यसागर महाराज, एलक धैर्यसागर महाराज एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज विराजित रहे।
ज्ञानकल्याणक की पूजा
इसके पूर्व प्रातःकाल श्रीजी के अभिषेक, शान्तिधारा के उपरान्त ज्ञान कल्याणक की पूजा हुई। अभिनंदनोदय तीर्थ में मुनि सुधासागर महाराज ने नवनिर्मित सहस्त्रकूट जिनालय, बडे़ बाबा मंदिर, त्रिकाल चौबीसी, रजतमयी चौबीसी, नंदीश्वर गुफामंदिर, कल्पवृक्ष मंदिर की प्रतिमाओं को सूर्यमंत्र दिया। मुनि श्री ने इसके अतिरिक्त पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर एवं ज्ञानोदय तीर्थ में नवनिर्मित ज्ञानोदय नगर के श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में विराजित प्रतिमाओं के संस्कार किए।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति
शाम को जिज्ञासा समाधान के दौरान मुनि श्री ने श्रावकों द्वारा की गई जिज्ञासाओं का सम्यक समाधान किया। आचार्य भक्ति, जिज्ञासा समाधान के उपरान्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मंचन सत्येन्द्र शर्मा एण्ड पार्टी कंठस्थल कला केन्द्र दिल्ली के कलाकारों ने किया। प्रतिष्ठा मंच पर भरत के रूप में रवीन्द्र अलया एवं बाहुबलि के रूप में संजीव जैन, ममता स्पोर्ट ने मंचन किया, जिनका संवाद देख उपस्थित जनसमुदाय भावविभोर हो उठा। महोत्सव की व्यवस्थाओं को संयोजित करने में जैन पंचायत के अध्यक्ष अनिल जैन अंचल, राजेन्द्र जैन थनवारा, मोदी पंकज जैन पार्षद, शीलचंद अनौरा, अखिलेश गदयाना, कोमलचंद दादा, स्वतंत्र मोदी, संजीव जैन सीए, अशोक दैलवारा कमलेश जैन चौधरी, आकाश जैन भारत गैस, अविनाश सिंघई, इंजी. सतीश जैन, इंजी. मनोज सिंघई संजीव जैन ममता स्पोर्ट, जीवन जैन मिर्चवारा, अक्षय अलया, मुकेश सराफ, अभिषेक अनौरा, मनोज जैन बबीना संजय मोदी, संजय रसिया, विजय काफी हाउस, सत्येन्द्र गदयाना, संजीव सौरया, अजित गदयाना सहित स्वयंसेवी संस्थाओं का निरंतर योगदान मिल रहा है।
उत्कृष्ट दानशीलता के लिए सर्राफ सम्मानित
ललितपुर के दस वर्ष के गौरवशाली इतिहास का जिक्र करते हुए मुनि श्री सुधासागर महाराज ने कहा कि दस वर्ष पूर्व अभिनंदनोदय तीर्थ के विकास की कहानी किसी से छिपी नहीं है। दस वर्ष पूर्व जिसको मना किया था, आज वहां भव्य जिनालय बना। ज्ञानोदय नगर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रज्जन सर्राफ परिवार ने अपनी जमीन पर भव्य जिनालय बनवाकर समाज को सौंपकर आदर्श कायम किया। यही नहीं, वहां महाविद्यालय भी यही परिवार बनवा रहा है। अभिनंदनोदय तीर्थ दस साल पहले क्या था और अब क्या है, यह दानदाताओं के पुण्य से बनकर तैयार हुआ है। यहां सहस्त्रकूट राजस्थान के चितौड़गढ़ किले के बाद 800 साल में ललितपुर में बनकर जो तैयार हुआ है, वह विश्व में पहला है। पूर्व मंत्री कुन्दनलाल सर्राफ के नाती अंकित सराफ ने अपने दान से नेत्र चिकित्सालय और अभिनंदनोदय तीर्थ मंदिर निर्माण में जो पुण्य अर्जित किया है, वह भी किसी से कम नहीं है। इसके लिए दिगम्बर जैन पंचायत ने अभिनंदनपत्र देकर सम्मानित किया।
राज्यमंत्री मन्नू लाल ने लिया मुनि श्री से आशीर्वाद
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में प्रदेश के राज्यमंत्री मनोहरलाल पंथ ने मुनि पुंगव सुधासागर महाराज से आशीर्वाद ग्रहण किया। इस मौके पर उन्हे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति द्वारा सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, पद्यश्री कैलाष मडवैया, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष सुभाष जायसवाल, प्रेस क्लव अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू, प्रदीप चौबे, निखिल तिवारी, दिनेश गोस्वामी, सत्येन्द्र सिसोदिया, अजय जैन साइकिल, अज्जू बाबा के अतिरिक्त अखिल भारतीय विद्वत परिषद के अध्यक्ष अशोक जैन बनारस, पूर्व प्राचार्य अरूण जैन सांगानेर, उपाध्यक्ष सुरेन्द्र भारती बुराहनपुर, ऋषभ भैया ईशुरवारा, विजय जैन धुर्रा अशोकनगर को दिगम्बर जैन पंचायत के महामंत्री डॉ. अक्षय टडैया, नरेन्द्र कडंकी,राजेन्द्र जैन थनवारा, रवीन्द्र अलया आदि ने सम्मानित किया।
भगवान का मोक्षकल्याणक एवं गजरथादि एकादश परिक्रमा रविवार को
शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में रविवार पांच फरवरी को सुबह 5.30 बजे नैमेत्तिक अभिषेक पूजन के उपरान्त 8.10 बजे भगवान आदिनाथ को कैलाश पर्वत से मोक्ष गमन का कार्यक्रम होगा। तत्पश्चात अग्निकुमार देवों का आगमन, प्रभु के नख केश का विसर्जन, सिद्ध गुणारोपण, मोक्षकल्याणक की पूजा होगा। मीडिया प्रभारी अक्षय अलया ने बताया कि प्रातः 9 बजे मुनि सुधासागर महाराज के प्रवचन, गजरथ महोत्सव के पात्रों का चयन के उपरान्त दोपहर एक बजे विशाल गजरथ एकादशादि रथोत्सव की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसके बाद शाम छह बजे आचार्य भक्ति एवं जिज्ञासा समाधान का कार्यक्रम होगा।
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