सारांश
निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज का ससंघ पिच्छिका परिवर्तन सोमवार को शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए बनी अयोध्यापुरी के विशाल मण्डप में हुआ। इस अवसर पर अनेक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। पढ़िए राजीव सिंघई की विशेष रिपोर्ट…
ललितपुर। निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज का ससंघ पिच्छिका परिवर्तन सोमवार को शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए बनी अयोध्यापुरी के विशाल मण्डप में हुआ। इस अवसर पर संयमी श्रावकों ने हजारों श्रावकों की मौजूदगी में मुनिसंघ के संयम उपकरण मयूर पंख से बनी नवीन पिच्छिका प्रदान करने एवं पुरानी पिच्छिका ग्रहण करने का पुण्यार्जन किया।
संयमी व्यक्ति को होती है आनंद की प्राप्ति
इस मौके पर मुनि सुधासागर महाराज ने मयूर पंख से बनी पिच्छिका को सूक्ष्म जीव रक्षा का प्रतीक बताते हुए कहा पिच्छिका को प्राप्त करने और साधुओं को प्रदान करने का सौभाग्य संयमी व्यक्ति ही प्राप्त करते हैं। साधुओं के सानिध्य में रहकर जीवन में संयम धारण करने की भावना होनी चाहिए। संयमी व्यक्ति ही जीवन में आनंद की अनुभूति और सुख की प्राप्ति करता है।
श्रावकों ने किया पुण्यार्जन
कार्यक्रम का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के चित्र अनावरण एवं दीपप्रज्वलन कर प्रतिष्ठा महोत्सव के प्रमुख पात्रों व पंचायत पदाधिकारियों ने किया। मुनि सुधासागर महाराज के पादप्रक्षालन का पुण्यार्जन यज्ञनायक संदीप सराफ एवं मुनि पूज्यसागर महाराज के पादप्रक्षालन का पुण्यार्जन दर्शनोदय तीर्थ थूबोनजी उपाध्यक्ष आनंद कुमार धर्मेन्द्र रोकडिया चंदेरी ने किया। मंगलाचरण ब्रह्मचारिणी विमलेश दीदी ने किया।
सम्मेदशिखर की झांकी
आचार्य श्रेष्ठ विद्यासागर महाराज के प्रभावक निर्यापक श्रमण मुनि सुधासागर महाराज एवं उनके संघस्थ मुनि नगर गौरव पूज्यसागर महाराज, ऐलक धैर्यसागर महाराज, क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज के पिच्छिका परिवर्तन को बेहतर रोचक एवं धर्मप्रिय कार्यक्रमों को करने की संयोजना शैलेन्द्र जैन एवं विजय जैन धुर्रा अशोकनगर ने की। क्षुल्लक श्री की पिच्छिका को सम्मेद शिखर जी की झांकी में विमोचन के लिए और उपस्थित जनसमुदाय को संदेश दिया कि पर्वतराज पर खानपान नहीं करेगे और मोटरसाइकिल से नहीं, पैदल जाएगे।
ऐसे हुआ पिच्छिका परिवर्तन
पिच्छिका के लोकार्पण विमोचन के उपरान्त क्षुल्लक श्री की पुरानी पिच्छिका अशोक जैन जाखलौन को मिली। एलक श्री की पिच्छिका भूतनी के बीच लेकर गुरु चरणों में आए और जो पिच्छिका लेते ही धन्य हो गई। विमोचन लोकार्पण के उपरान्त राजेश जैन, सीमा जैन लागौन परिवार को मिली। कार्यक्रम के दौरान बेटी बचाओ एवं सुसंस्कारों का शंखनाद लेकर लव जिहाद की प्रस्तुति की गई। मुनि पूज्यसागर महाराज की पिच्छिका अभिनंदनोदय तीर्थ पर निर्मित सहस्त्रकूट के प्रतीक के साथ लेकर वीर व्यायामशाला एवं आचार्य विद्यासागर व्यायामशाला के स्वयंसेवक अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए आए। ब्रहमचारिणी बहिनों द्वारा विमोचन के उपरान्त पुरानी पिच्छिका प्राप्त करने का सौभाग्य गृहस्थ जीवन के भाई विजय जैन बंटी-अंजना जैन नारियल परिवार को मिला। मुनि पुंगव सुधासाागर महाराज की पिच्छिका ललितपुर की अगुवाई में जेसीबी के प्रदर्शन के साथ लेकर पहुंचे, जिनके हाथों में भव्य अगुवाई के लिए ललितपुर जैन समाज को वर्ल्ड रिकॉर्ड का दर्जा मिला थे। मुनि श्री की पिच्छिका का विमोचन महेन्द्र मडवैया, जिनेन्द्र सिंघई, आनंद जैन साइकिल, देवेन्द्र जैन परिवार द्वारा किया गया, जबकि पुरानी पिच्छिका जैन पंचायत के महामंत्री डॉ.
अक्षय टडैया-मृदुला टडैया ने ग्रहण कर मुनि श्री से आशीर्वाद ग्रहण किया। जिनके पुण्य की अनुमोदना उपस्थित जनसमुदाय ने जयजयकारों के बीच की। इन्हें आयोजन समिति एवं जैन पंचायत समिति द्वारा सम्मानित किया। कार्यक्रम का मंचीय संचालन बालब्रह्मचारी प्रदीप भैया सुयश ने करते हुए बताया कि जैन साधुओं का अहिंसा करुणा एवं जीवदया का उपकरण मयूर पिच्छिका है। मुनि जीवों की रक्षा के लिए मयूर पिच्छिका धारण करते हैं, जिसका चातुर्मास के उपरान्त अभिनंदनोदय तीर्थ के शाही महापंचकल्याणक में सम्पन्न कराने का सौभाग्य ललितपुर समाज को मिला। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रदीप जैन आदित्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री, कैलाश नारायण निरंजन अध्यक्ष जिला पंचायत के अतिरिक्त प्रतिष्ठा महोत्सव के भगवान के माता-पिता बनने का पुण्यार्जन कल्पना-राजेन्द्र लल्लू थनवारा, सौधर्म इन्द्र का सुमन-स्वतंत्र मोदी नाराहट, धनपति कुबेर का अशोक सुधा दैलवारा, महायज्ञ नायक का रचना संजीव जैन सीए, शिरोमणि श्रावक श्रेष्ठी का महेन्द्र कुमार सराफ, विधि यज्ञनायक का प्रभात कुमार सराफ, भरत चक्रवर्ती -रवीन्द्र अलया, बाहुबली का संजीव कुमार ममता स्पोर्ट, ईशान इन्द्र का विनय कुमार जैन मडावरा, सानत इन्द्र का संजीव कुमार लकी, माहेन्द्र का राजीव कुमार लकी, यज्ञनायक का महेन्द्र कुमार सराफ, अखिलेश गदयाना, विनय जैन जड़ी-बूटी, आलोक जैन लागौन, राजेन्द्र सराफ, संदीप सराफ लालू, वीरेन्द्र कुमार गंगचारी, महेन्द्र कुमार पालीवाले, राजकुमार खिरिया, राजा श्रेयांस का राजीव अनौरा, राजा सोम डॉ. अक्षय टडैया, ब्रहमेन्द्र का राजेश सिंधई धौर्रा, लान्तव इन्द्र का लोकेश सराफ, शुक्र इन्द्र का शुभम सराफ, प्राणत इन्द्र का अभय जैन पारौल, आणत इन्द्र का श्रीस सिंघई, आरण इन्द्र का अभिनंदन कुम्हेडी, शतार इन्द्र का पदमचंद मिठया, महामण्डलेश्वर का विकास जैन सीए, अनूप जैन मामा भांजा, सुबोध जैन सुरभि, सन्मति सराफ, सतीश नजा ने पुण्यार्जन किया।
महोत्सव की व्यवस्थाओं को संयोजित करने में जैन पंचायत के अध्यक्ष अनिल जैन अंचल, राजेन्द्र जैन थनवारा, मोदी पंकज जैन पार्षद, शीलचंद अनौरा, अखिलेश गदयाना, कोमलचंद दादा, स्वतंत्र मोदी, संजीव जैन सीए, अशोक दैलवारा कमलेश जैन चौधरी, आकाश जैन भारत गैस, अविनाश सिंघई, इं. सतीश जैन, इंजी. मनोज सिंघई, संजीव जैन ममता स्पोर्ट, जीवन जैन मिर्चवारा, अक्षय अलया, मुकेश सराफ, अभिषेक अनौरा, मनोज जैन, बबीना संजय मोदी, संजय रसिया, विजय काफी हाउस, सत्येन्द्र गदयाना, संजीव सौरया, अजित गदयाना सहित स्वयंसेवी संस्थाओं का निरंतर योगदान मिल रहा है। सायंकाल मुनि श्री ने श्रावकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया। इसके बाद आरती भक्ति में श्रावकों ने सम्मलित होकर प्रभु की भक्ति आराधना की।
पडगाहन का सौभाग्य
प्रातःकाल शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव अयोध्यापुरी में निर्यापक श्रमण मुनि श्री सुधासागर महाराज को नवधा भक्ति पूर्वक पडगाहन का पुण्यार्जन ब्रहमचारिणी विमलेश दीदी समूह, पूज्यसागर महाराज का पडगाहन राजीव खजुरिया परिवार, एलक धैर्यसागर महाराज का पडगाहन कल्याण चंद बामौर पूर्वप्रबंधक एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज का पडगाहन का पुण्यार्जन जिनेन्द्र जैन मनोज जैन कामरेड परिवार को किया।
जैन रेजीमेंट आर्मी द्वारा होगी सलामी
शाही पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव अयोध्यापुरी में सोमवार को प्रातः 6.30 बजे मंगलाष्टक, नित्यमह, अभिषेक पूजन, शान्तिधारा हुई। इसके बाद 7.30 बजे मंगल ध्वजारोहण स्थल पर जैन रेजीमेंट आर्मी द्वारा भव्य ध्वज सलामी दी गई। इसके बाद मुनि श्री के प्रवचन हुए। मीडिया प्रभारी अक्षय अलया ने बताया कि इसके अतिरिक्त दोपहर 12 बजे पात्र शुद्धि सकलीकरण, इन्द्र प्रतिष्ठा, नांदी विधान, मंगल कलश स्थापना हुई। सायंकाल 6 बजे आचार्य भक्ति जिज्ञासा समाधान, सायंकाल महाआरती, प्रवचन होंगे। इसके बाद रात 8 बजे से गर्भकल्याणक सम्पन्न होगा।
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