सारांश
इंदौर के जिनायतन ढाईद्वीप के अंतर्राष्ट्रीय श्रीमजिनेन्द्र दिगम्बर जिनबिंम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन बाल तीर्थंकर श्री आदि प्रभु के जन्म कल्याणक पर वृहद आयोजन हुआ। 40 हजार से अधिक साधर्मी साक्षी बने, विशाल शोभायात्रा निकाली गई। राजेश रागी/रत्नेश जैन बकस्वाहा की रिपोर्ट।
इंदौर। श्री कुंदकुंद कहान दिगम्बर जैन शासन प्रभावना ट्रस्ट, इंदौर के तत्वावधान में चल रहे तीर्थधाम जिनायतन ढाईद्वीप के अंतर्राष्ट्रीय श्रीमजिनेन्द्र दिगम्बर जिनबिंम्ब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिवस बड़ामलहरा, छिन्दवाड़ा, मुम्बई, दिल्ली, कोलकाता, अहमदाबाद, भोपाल, जबलपुर, सागर सहित पूरे विश्व से पधारे 40 हजार जैन बंधुओं (साधर्मी जनों) की अपार उपस्थिति में बाल तीर्थंकर श्री आदि प्रभु का मंगलकारी जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया।
अयोध्या नगरी में मंगलकारी शुभारम्भ
महोत्सव के मीडिया प्रभारी प्रद्युम्न फौजदार एवं दीपकराज जैन ने बताया कि माघ शुक्ल प्रतिपदा रविवार 22 जनवरी को अयोध्या नगरी में जन्म कल्याणक महोत्सव का मंगलकारी शुभारंभ श्री जिनेन्द्र पूजन विधान से हुआ। पश्चात अपार जनसमुदाय ने गुरुदेवश्री के मांगलिक से जिनवाणी का रसास्वादन किया। इसके पश्चात इंद्रसभा में बाल तीर्थंकर के जन्म का समाचार सुनकर सौधर्म इंद्र सहित सभी इंद्रों के साथ अयोध्या नगरी पधारे और बाल तीर्थंकर के दर्शन कर अयोध्या नगरी तीन प्रतिक्षणा दी।
पाण्डुक शिला पर 1008 कलशों से जन्माभिषेक
अयोध्या नगरी में जन्मकल्याणक की सूचना मिलते ही महाराजा नाभिराय के दरबार सहित पूरी नगरी में खुशियां मनाई गईंं। सौधर्म इंद्र सहित सभी इन्द्रगण ऐरावत हाथी पर बाल तीर्थंकर को लेकर विशाल शोभायात्रा के साथ पाण्डुक शिला पहुंचे जहां इंद्रों द्वारा 1008 कलशों से बाल तीर्थंकर का जन्माभिषेक किया। अयोध्या नगरी में महाराजा नाभिराय के दरबार में सौधर्म सहित अन्य इंद्रों ने नृत्य कर जन्मकल्याणक की खुशियां मनाईं।
निर्देशन टोडरमल स्मारक जयपुर का
मंगल महोत्सव का कुशल निर्देशन पंडित टोडरमल स्मारक जयपुर द्वारा किया जा रहा है। प्रतिष्ठाचार्य अभिनन्दन शास्त्री खनियांंधाना एवं मुख्यवक्ता अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त विद्वान डॉ. हुकमचन्द भारिल्ल जयपुर हैं। उनके साथ पूरे देश एवं स्मारक से डेढ़ हजार से अधिक शास्त्री- विद्वान महोत्सव की शोभा बढ़ाकर सभी का आदर सत्कार कर रहें हैं। मंच संचालन संजय शास्त्री जेवर कोटा, पं.अभयकुमार शास्त्री देवलाली सहित अन्य विद्वतगण कर रहे हैं।
इनका रहा विशेष योगदान
महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने में कार्यक्रम अध्यक्ष विपिन शास्त्री मुम्बई, महामंत्री एसपी. भारिल्ल सहित, पं राजकुमार शास्त्री उदयपुर, पीयूष शास्त्री जयपुर, ऋषभ शास्त्री, डॉ. विवेक शास्त्री, रूपेंद्र शास्त्री, समकित शास्त्री सहित पूरी ढाईद्वीप इंदौर की टीम रात दिन लगी हुई है। यह महामहोत्सव 26 जनवरी तक चलेगा जहां मोक्ष कल्याणक महोत्सव मनाकर विधि-विधान पूर्वक 1,164 जिनबिंम्बों को ढाईद्वीप जिनायतन में विराजमान किया जाएगा।
श्रावकगण जन्मोत्सव पर लाए भेंट
संध्या की बेला में विराग शास्त्री, आशीष शास्त्री, अशोक शास्त्री सहित अन्य युवा विद्वानों ने बच्चों की पाठशाला ली। इस मौके पर उपस्थितजनों ने डा. हुकमचन्दजी भारिल्ल के मंगल प्रवचनों का लाभ लेकर जन्मोत्सव की खुशियां मनाईंं। राज- रानियों सहित अपार जनसमुदाय ने बाल तीर्थंकर को पालना झुलाया। महामहोत्सव में देश, विदेश से हजारों राजा रानियों सहित श्रावकगणों ने जन्मोत्सव पर भेंट लाकर मंगलगान कर जन्म कल्याणक की खुशियां मनाईं।
आज होगा तप कल्याणक
मंगल महोत्सव से सकल जैन समाज मेंं खुशियों का वातावरण बना हुआ है। सभी जिनवाणी तत्त्वरसिक मुमुक्षु समाज माघ शुक्ल दूज सोमवार 23 जनवरी को तप कल्याणक महोत्सव मनाएंगे और ज्ञान वैराग्य की महिमा गाई जाएगी।
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