सारांश
जयपुर में धर्म जागृति संस्थान के आयोजन में भगवान आदिनाथ के निर्वाणोत्सव पर 48 मंडलों पर पुण्यार्जकों द्वारा मंगल कलश स्थापित किया गया। अर्चना की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। सहयोग कर्ताओं का सम्मान किया गया। पूरी खबर विस्तार से।
जयपुर। अखिल भारतवर्षीय धर्म जागृति संस्थान, प्रांत राजस्थान के तत्वावधान में जयपुर के सांगानेर स्थित संघीजी के मन्दिर में अतिशयकारी भगवान आदिनाथ के दरबार में जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर के निर्वाणोत्सव के शुभ अवसर पर आचार्य वसुनंदी महाराज के आशीर्वाद से तथा चतुर्थ पट्टाधीश परम पूज्य आचार्य सुनील सागर ससंघ (साठ पिच्छी) के सान्निध्य में 2,304 दीपकों से 48 मंडलीय श्री भक्तामर दीप महाअर्चना का आयोजन हुआ।
48 मंडलों पर मंगल कलश स्थापित
संस्थान के पदाधिकारियों ने अतिशयकारी मूल नायक भगवान आदिनाथ के समक्ष श्रीफल भेंट किया और आचार्य श्री से आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्य मण्डल पर मंत्रोचार के साथ प्रांतीय अध्यक्ष पद्म जैन बिलाला ने सभी के साथ मंगल कलश स्थापित किया। साथ ही सभी 48 मंडलों पर पुण्यार्जकों द्वारा भी मंगल कलश स्थापित किया गया। भक्तामर का शुभारम्भ आचार्य श्री के श्री मुख से हुआ तथा प्रथम दीपक त्यागी वृत्तियों द्वारा चढ़ाया गया। प्रत्येक मण्डल से भक्ति के साथ ग्रुप आये व मुख्य मण्डल पर दीपक चढ़ाया।
जयपुर की 48 कालोनियों के परिवार पधारे
धर्म जागृति संस्थान के कार्याध्यक्ष अनिल जैन व महामंत्री सुनील पहाड़िया ने बताया कि इस दीप अर्चना में 48 मण्डल पर जयपुर की 48 कालोनियों के परिवार दूर- दूर से पधारे तथा अर्चना की संगीतमय प्रस्तुति श्री विद्या सागर यात्रा संघ के मनीष चौधरी एवं साथियों ने की।
पदाधिकारियों ने किया स्वागत
संस्थान के राजीव लाखना, पंकज लुहाड़िया के अनुसार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शान्तिकुमार ममता सोगानी, विशिष्ट अतिथि कांता रश्मि कांत सोनी ,राकेश जैन माधोराजपुरा व वीरचन्द, गजेंद्र बडजात्या परिवार का संस्थान के पदाधिकारियों ने स्वागत किया। धर्म जागृति संस्थान के मुख्य उद्देश्य में सहयोगी साधु सन्त के विहार के समय रास्तों में प्रवास हेतु सन्त भवन आदि कार्यों में सहयोग कर्ताओं का सम्मान किया गया। देवप्रकाश खंडाका परिवार द्वारा अचरोल में, चेतन जैन द्वारा कूकस में, चंदलाई जैन समाज द्वारा चंदलाई में, ओसवाल ग्रुप द्वारा महला में, शाह परिवार द्वारा गंगापुर में किए कार्यों की अनुमोदना व प्रशंसा की गई।
प्रांतीय अध्यक्ष पदम जैन बिलाला ने आचार्य श्री के आशीर्वाद व सान्निध्य के लिए कृतज्ञता व्यक्त करते हुए मण्डल पुण्यार्जकों व पधारे सभी श्रावकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन विनोद जैन कोट्खावदा ने किया।
मंत्रोचारित मंगलकलश पुण्यार्जकों को दिया
श्री बिलाला ने सहयोग के लिए संघी जी मन्दिर के मंत्री सुरेश कासलीवाल सहित प्रबंध समिति व स्टाफ को धन्यवाद दिया। संघी जी मन्दिर के मन्त्री ने धर्म जागृति संस्थान के इस पूर्ण रूप से धर्म प्रभावना कार्यक्रम, जिसमें सभी आडम्बरों से दूर रहा गया व इस शीतलहर में भी इतनी तादाद के साथ व्यवस्थित व प्रभावी कार्यक्रम के लिए धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में जीतू गंगवाल, राजीव पाटनी, पवन पांड्या, शीला डोड्या, ज्ञान चन्द बस्सी, भाग चन्द मित्र पुरा, राकेश समता गोदिका, सोभाग अजमेरा, महेश काला, रमेश बोहरा, सूरज अजमेरा का सहयोग सराहनीय रहा।साथ ही विद्या वसु पाठशाला के छात्रों, श्रमण संस्कृति संस्थान की बालिकाओं, जैन बैंकर्स फोरम के सदस्यों आदि की कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम के बाद सभी मण्डल पर स्थापित मंत्रोचारित मंगलकलश पुण्यार्जकों को घर ले जाने हेतु दिया गया।
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