सारांश
– जैन मंदिर हमारी प्रतिमाओं को रखने के स्थान भर नहीं बल्कि ये मंदिर, हमारी आस्था,हमारी परंपरा और हमारी संस्कृति के वाहक स्थान हैं। जैन मंदिरों में लगातार हो रही चोरियां बता रही है कि चोरों में इस बात का डर नहीं रहा । जानिए विस्तार से….
बीते दिनों राजस्थान जैन सभा ने जयपुर के उन जैन मंदिरों का सूची तैयार की जहां चोरी की वारदात हुई और पुलिस-प्रशासन ने इसे सामान्य घटना के रूप में लेते हुए अब तक न चोरी की गई प्रतिमाएं व सामान बरामद किए और न हीं चोरों को पकड़ने में कोई दिलचस्पी दिखाई ।
अकेले जयपुर में दस से ज्यादा मंदिरों में पांच महीने में चोरी की बड़ी वारदातें हो गई हैं ।
*जयपुर के इन मंदिरों में हुई है चोरी की वारदात*
महल योजना के श्री मुनिसुव्रत नाथ दिंगबर जैन मंदिर, श्याम नगर में श्री संभवनाथ दिगंबर मंदिर,राधा विहार दिगंबर जैन मंदिर,केसर चौराहा स्थित श्री केसरिया पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, मानसरोवर में वर्धमान सरोवर दिगंबर जैन मंदिर,जनकपुरी दिगंबर जैन मंदिर समेत अन्य कई मंदिरों में बीते पाँच महीनों में ही एक के बाद एक चोरी की वारदातें हुई और अब तक किसी भी मामले का खुलासा नहीं हुआ है।
*पुलिस अधिकारियों से मिले राजस्थान जैन सभा प्रतिनिधि*
शहर में जैन मंदिरों में होती चोरी की वारदातों को रोकने और चोरों को पकड़ने की मांग को लेकर राजस्थान जैन सभा के अध्यक्ष सुभाष चंद्र जैन, महामंत्री मनीष बैद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष दर्शन बाकलीवाल, उपाध्यक्ष मुकेश सोगानी, मंत्री विनोद जैन कोटखावदा, संयुक्त मंत्री भानू छाबड़ा, कोषाध्यक्ष राकेश छाबड़ा ने संयुक्त रूप से राजस्थान पुलिस के महानिदेशक,पुलिस आयुक्त और अन्य पुलिस अधिकारियों को ज्ञापन दिया है । जैन मंदिरों के आस-पास सुरक्षा और गश्त को बढ़ाने की मांग की है ।।
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