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धर्म के लिए मन की जरूरत होती है-स्वस्तिभूषण: ऐतिहासिक मुरेना नगर प्रवेश-हाथी ने दी सलामी

आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी ने मुरैना में धर्मसभा में कहा कि
“ हम कोई भी कार्य करते हैं तो हमें ऊर्जा की आवश्यकता होती है। परिश्रम करना पड़ता है, मेहनत करनी होती है। लेकिन धर्म के लिए हमें मेहनत नहीं करनी पड़ती। धर्म करने के लिए हमें केवल मन की जरूरत होती है। आप सभी आज यहां धर्म सभा में बैठे हैं, कोई मेहनत नहीं करनी पड़ रही। आराम से बैठकर धर्म उपदेश सुन रहे हैं ।

श्री ज्ञानतीर्थ क्षेत्र से मुरेना नगर प्रवेश हेतु स्वस्तिधाम प्रणेत्री, भारत गौरव, विदुषी लेखिका परम् पूज्य गुरुमां गणिनी आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी ने विहार किया। मुरैना नगर की सीमा वैरियर चौराहा पर मुरेना सकल जैन समाज के साधर्मी बन्धुओं के विशाल जन समुदाय ने पूज्य आर्यिका संघ की भव्य अगवानी की ।

जैसे ही गणिनी आर्यिका माताजी ने मुरेना नगर की सीमा में प्रवेश किया विशाल जनसमुदाय के साथ गजराज हाथी ने पूज्य माताजी के चरणों मे नतमस्तक होकर अगवानी की । माताजी के नगर प्रवेश करते ही उपस्थित जनसमुदाय ने जय जयकार कर हर्ष व्यक्त किया । नगर सीमा से एक विशाल एवं भव्य शोभायात्रा प्रारम्भ हुई ।

मंगल प्रवेश की शोभायात्रा में गणिनी आर्यिका स्वस्तिभूषण माताजी, क्षुल्लिका सर्वेन्द्रमति माताजी, बा.ब्र. बहिन अनीता दीदी, प्रियंका दीदी, ललिता दीदी सौभाग्यशाली महिलाओं के साथ आगे आगे चल रहीं थी । मुरैना के इतिहास में यह प्रथम अवसर था कि किसी जैन साध्वी के नगर प्रवेश पर हाथी द्वारा अगवानी की गई थी।

चल समारोह में सबसे आगे पंचरंगा ध्वज के साथ हाथी चल रहा था। युवा साथी घोड़ों पर पँचरंगे ध्वज लेकर चल रहे थे। बैंड बाजों एवं ढोल नगाड़ों के साथ भजनों की प्रस्तुति पर महिलाएं एवं बच्चें भक्ति भाव के साथ नृत्य कर चलायमान थे। मोर पंखों से सुसज्जित बालक-बालिकाओं ने मयूर नृत्य से सभी को मंत्रमुग्ध किया।

भव्य एवं विशाल शोभायात्रा सूबात रोड, पुल तिराहा, सदर बाजार, हनुमान चौराहा, सराफा बाजार, लोहिया बाजार होती हुई बड़े जैन मंदिर पहुचीं । चल समारोह के भृमण के दौरान जगह जगह साधर्मी बन्धुओं ने पाद प्रक्षालन एवं आरती कर पूज्य आर्यिका संघ की अगवानी की ।

मुरैना के पूर्व विधायक एवं म.प्र. पिछड़ावर्ग तथा अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम के अध्यक्ष श्री रघुराजसिंह कंषाना ने अपने निज निवास पर पूज्य आर्यिका माताजी को नमन करते हुए उनका भावभीना स्वागत किया ।बड़े जैन मंदिर के प्रवेश द्वार पर सौभाग्यवती महिलाओं द्वारा सिर पर कलश रखकर, रंगोली व चौक बनाकर, आरती उतार कर पूज्य आर्यिका माताजी का पाद प्रक्षालन कर स्वागत किया ।

बड़ा जैन मन्दिर मुरेना के मंत्री धर्मेंद्र जैन एडवोकेट ने जानकारी देते हुए बताया कि आयोजित धर्मसभा में बाहर से पधारे हुए समस्त अथितियों, नगर की समस्त स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला मंडलों ने पूज्य गणिनी आर्यिका माताजी को श्रीफल अर्पित किए ।

इस अवसर पर श्री ज्ञानतीर्थ क्षेत्र मुरेना के पंचकल्याणक महोत्सव में भगवान के माता-पिता बने श्री योगेश जैन (खतौली वाले) सूर्य नगर दिल्ली का मोरेना समाज की ओर से सम्मान किया गया। पूज्य आर्यिका माताजी के आगमन पर मुरेना नगर के श्रावक श्रेष्ठि नरेन्द्रकुमार कुलभूषण “रिंकू” जैन साहूला परिवार द्वारा श्री शांतिनाथ महामण्डल विधान का आयोजन पंडित महावीर प्रसाद शास्त्री दिल्ली के आचार्यत्व में किया गया ।

इस अवसर पर साहुला परिवार द्वारा सकल जैन समाज के लिए सामूहिक भोज की भी व्यवस्था की गई थी। ऐतिहासिक मुरेना नगर प्रवेश में दिल्ली, आगरा, धौलपर, अम्बाह, ग्वालियर, मुरार, जौरा, बानमोर सहित सैकड़ों की संख्या में साधर्मी बन्धु, माता-बहिनें एवं युवा साथी उपस्थित थे।

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