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सम्मेद शिखर:दिगम्बर जैन समाज की छह संस्थाओं का पहली बार संयुक्त ज्ञापन केन्द्र और झारखंड सरकार से धार्मिक क्षेत्र बनाने की मांग

दिगम्बर जैन समाज की देशव्यापी छह बड़ी धार्मिक संस्थाओं ने पहली बार एक साथ आकर सम्मेद शिखर को लेकर विस्तृत ज्ञापन तैयार किया है । यह ज्ञापन एक तरह से जैन समाज के नाम संबोधन भी है और सरकार को देने वाला मांग-पत्र भी । संयुक्त ज्ञापन में कहा गया है कि – सम्मेद शिखर को लेकर देश की बड़ी दिगम्बर जैन संस्थाओं की मांग “सम्मेद शिखरजी के अभियान के संदर्भ में विभिन्न लोगों एवं संस्थाओं द्वारा भांति-भांति की बातें की जा रही है, वक्तव्य दिए जा रहे हैं ।

जिसमें से कई भ्रामक एवं अभियान को गलत दिशा में मोड़ने में सहायक सिद्ध होंगे । अत: संपूर्ण समाज से यह करबद्ध निवेदन है कि वह निम्न दिशा-निर्देशों के अनुसार ही कार्य और वक्तव्य प्रसारित करें । अन्यथा हम सम्मेद शिखरजी के मुद्दे पर भटक कर हानि पहुंचा सकते हैं । यह वक्तव्य वरिष्ठ विधि विशेषज्ञों, महासभा,दक्षिण भारत जैन महासभा, तीर्थ क्षेत्र कमेटी, दिगंबर जैन परिषद, महासमिति एवं शास्त्री परिषद के अध्यक्षों की सहमति एवं गहन विचार विमर्श के पश्चात प्रसारित किया जा रहा है ।

1. बिहार सरकार के 22 अगस्त 1884 के गजट नोटिफिकेशन द्वारा पारसनाथ जिला गिरिडीह को The Parasnath Wild Flife Sanctuary घोषित किया था, जो कि भगवान महावीर की शिक्षा के अनुरुप है और उससे जैन समाज के अधिकारों पर किसी प्रकार का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है । अत: नोटिफिकेशन जारी रहना चाहिए . इसका हम विरोध न करें ।

2. झारखंड सरकार द्वारा 22 फरवरी 2019 को गजट अधिसूचना जारी की है जिसमें गिरिडीह स्थित पारसनाथ एवं मधुबन को अंतर्राष्ट्रीय महत्व का पर्यटन स्थल घोषित किया गया है । हम झारंखड सरकार से प्रार्थना करते हैं कि उक्त नोटिफिकेशन में से 10 नंबर स्थित पारसनाथ एवं मधुबन को पर्यटक स्थल की सूची से तत्काल बाहर किया जाए औऱ इस हेतु एक गजट अधिसूचना या नोटिफिकेशन जारी कर जैन समाज को त्वरित राहत प्रदान की जाए ।

3. अब चर्चा करते हैं कि केन्द्र सरकार द्वारा भारत के राजपत्र में 2 अगस्त 2019 को प्रकाशित अधिसूचना की । जिससे सारा समाज आक्रोशित है एवं असुरक्षित भी महसूस कर रहा है ।

उक्त अधिसूचना में पारसनाथ वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी जो गिरिडीह जिले में स्थित है एवं तोपचांची वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी जो धनबाद जिले में स्थित है, को ईको सेंसेटिव जोन अर्थात परिस्थिति की संवेदी जोन घोषित किया गया है ।

यहां यह जानना आवश्यक है कि इस अधिसूचना में कई गतिविधियां प्रतिबंधित भी की गई है।

यहां यह स्पष्ट कर देना आवश्यक है कि इस नोटिफिकेशन के द्वारा पारसनाथ हिल को पर्यटन स्थल नहीं घोषित करते हुए इको पर्यटन के लिेए अर्थात वन, जंगल, पेड़-पौधे आदि के संवर्धन, शोध से संबंधित पर्यटन ही हो सकता है ।

स्वाभाविक ही यह हमारे लिए खतरे की घंटी है । अत: केन्द्र सरकार से हम यह प्रार्थना करेंगें कि वो इस ईको पर्यटक स्थल भी घोषित नहीं करते हुए ईको पर्यटन संबंधित अधिसूचना का यह भाग वापस ले ।

समाज के दीर्धकालीन हितों को ध्यान में रखते हुए हम निम्न मांगें केन्द्र और झारखंड सरकार के सामने पूरजोर तरीके से रख रहे हैं ।

1. सबसे महत्वपूर्ण है कि सम्मेद शिखर एवं मधुबन को पवित्र तीर्थ तत्काल घोषित किया जाए

2. पवित्र तीर्थ घोषित होने के बाद मघुबन एवं पारसनाथ शिखरजी पर शराब एवं मांसाहार अपने आप प्रतिबंधित हो जाएगा ।

3. सम्मेद शिखरजी पर किसी भी प्रकार से रोपवे,मोटरबाइक आदि वाहनों का संचालन सख्ती से प्रतिबंधित किया जाए

4. इसके अलावा समाज जनों एवं संस्थाओं से निम्न करबद्ध निवेदन किया जाता है कि इस गैर राजनीतिक अभियान में किसी भी प्रकार की राजनीतिक या राजनीतिक पार्टियों को घसीटने का प्रयास नहीं करें ।

5. अन्यथा हम अपने मूल मुद्दे से भटक कर शिखरजी की पवित्रता और जैन समाज के अधिकारों को आंच पहुंचाएंगे ।

6. हम यह भी चाहते हैं कि उपरोक्त दिशा निर्देशों के अनुसार ज्ञापन,रैली आदि निकालकर मुद्दे को सजीव रखा जाए ।

7. तीर्थ के मुद्दों पर भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी ही अधिकृत है । अत सभी समाजजनों एवं संस्थाओं से निवेदन है कि सम्मेद शिखर अभियान को भी तीर्थ क्षेत्र कमेटी की अगुवाई में ही चलाया जाना चाहिए एवं अन्य सभी संबंधितजन सहयोग प्रदान करें।

8 . समस्त अखिल भारतीय जैन संस्थाओं के पदाधिकारी शीघ्र ही प्रधानमंत्री एवं झारखंड सरकार के मुख्यमंत्री से मिलकर आपकी भावनाओं से अवगत करवाएंगे और त्वरित अधिसूचना जारी करने का दबाव बनाएंगे ।

जानिए किन संस्थाओं और पदाधिकारियों ने जारी की है अपील

गजराज जैन गंगवाल – अध्यक्ष, प्रकाशचन्द्र जैन बड़जात्या – महामंत्री, श्री भारत वर्षीय दिगम्बर जैन महासभा

राव साहेब आण्णासाहेब जैन पाटील, भालचन्द्र व्ही.जैन पाटील – उपाध्यक्ष, दक्षिण भारत जैन सभा

शिखरचन्द्र जैन पहाड़िया- अध्यक्ष , संतोष जैन पेंढ़ारी -महामंत्री, भारतवर्षीय दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी

चक्रेश जैन – अध्यक्ष, अनिल पारसदान जैन – महामंत्री
अखिर भारतवर्षीय दिगम्बर जैन परिषद

अशोक जैन बड़जात्या – अध्यक्ष
सुरेन्द्र कुमार जैन पाण्ड्या – दिगंबर जैन महासमिति

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