जयपुर/ श्री महावीरजी – चांदनपुर वाले बाबा के नाम से पूरे विश्व में प्रसिद्ध भूगर्भ से प्रकटित भगवान महावीर की मूंगावर्णी अतिशयकारी प्रतिमा के महामस्तकाभिषेक महोत्सव में तीसरे दिन मंगलवार को राजस्थान सरकार के पंचायतीराज विभाग के शासन सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नवीन जैन सहित देश के विभिन्न क्षेत्रों से आये 625 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने मंत्रोच्चार के साथ महामस्तकाभिषेक किये। इस मौके पर मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो उठा।
महामस्तकाभिषेक
महोत्सव 4 दिसंबर तक चलेगा।इस दौरान पुण्यार्जक श्रद्धालुओं एवं इन्द्र-इन्द्राणियों द्वारा 2651 कलशों से भगवान का महामस्तकाभिषेक किया जाएगा।
महोत्सव समिति के प्रशासनिक समन्वयक भारत भूषण जैन ने बताया कि पंचायती राज विभाग राजस्थान के शासन सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी नवीन जैन ने मंगलवार को प्रातः सपत्नीक टीले से निकली अतिशयकारी 1 हजार वर्ष प्राचीन भगवान महावीर की मूंगावर्णी मूलनायक प्रतिमा के तथा चरण छतरी के नजदीक नव प्रतिष्ठित 24फुट 1इंच की उतंग खड्गासन बिजोलिया पत्थर से निर्मित भगवान महावीर की प्रतिमा के जयकारों के बीच मंत्रोच्चार के साथ महामस्तकाभिषेक किये।
इस मौके पर अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल , कार्याध्यक्ष विवेक काला,महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी मुख्य संयोजक सुभाष चन्द जैन, संयोजक सुरेश सबलावत, पी के जैन,राकेश सेठी, देवेन्द्र अजमेरा सहित बड़ी संख्या में गणमान्य श्रेष्ठीजन उपस्थित थे।
प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि मंगलवार को आचार्य वर्धमान सागर महाराज ससंघ के सानिध्य में प्रातः 8.15 बजे से हुए महामस्तकाभिषेक में भगवान महावीर स्वामी की भूगर्भ से प्रकटित मूंगावर्णी मूलनायक प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक करने हेतु पुण्याजर्क श्रद्धालु परिवार नाचते गाते शुद्ध पीत वस्त्र धारण कर बैण्ड बाजों के साथ विशाल जुलूस के रूप में मुख्य मंदिर पहुंचे।
इस मौके पर पूरा मंदिर परिसर भक्तिमय हो गया।
आदि पुण्यार्जक परिवारों सहित लगभग 300कलश 625 श्रद्धालुओं द्वारा तीसरे दिन किये गये।
महोत्सव समिति के कोषाध्यक्ष उमरावमल संघी ने बताया कि मंगलवार को महामस्तकाभिषेक के अन्त में मंत्रोच्चार के साथ विश्व में सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए भगवान के सिर पर शांतिधारा की गई।
महोत्सव समिति के प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि मंगलवार,29नवम्बर को प्रातः 8.15 बजे से सायं 4.15 बजे तक भगवान का महामस्तकाभिषेक हुआ। 4 दिसम्बर तक प्रतिदिन प्रातः 8.15 बजे से सायं 4.15 बजे तक महामस्तकाभिषेक होगा।
अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल एवं महामंत्री महेन्द्र कुमार पाटनी ने बताया कि रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में मंगलवार को राजस्थानी सांस्कृतिक संध्या का भव्य आयोजन किया गया। राजस्थान सरकार के पर्यटन,कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा संयोजित इस कार्यक्रम में कलाकारों द्वारा मनमौहक प्रस्तुतियां दी गई।
प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा के मुताबिक बुधवार को वीणा कैसेट्स जयपुर के सौजन्य से राजस्थानी सांस्कृतिक संध्या का भव्य आयोजन किया जाएगा जिसमें कलाकारों द्वारा मनमौहक प्रस्तुतियां दी जाएगी।
श्री जैन के मुताबिक दर्शनार्थियों के लिए मुख्य मंदिर दर्शन प्रातः 5.00 बजे से 7.00 बजे तक तथा
सायंकाल 6.00 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक हो सकेंगे। मंदिर के नीचे स्थापित ध्यान केन्द्र की प्रतिमाओं के दर्शन प्रातः 8.00 बजे से रात्रि 9.00 बजे तक हो सकेंगे।
महोत्सव के दौरान जयपुर, इन्दौर, उदयपुर,सीकर,लाडनूं, गुवाहाटी, इम्फाल,चैन्नई, हैदराबाद, बैंगलोर, दिल्ली,कोलकाता,आगरा, सहित सहित पूरे विश्व से श्रद्धालुओं का ताता उमड़ रहा है।