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प्रभु की छांव में होती है आत्मा पवित्र – मुनि सुधासागर

ललितपुर. राजीव सिंघई । श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन नया मंदिर में मुनि सुधासागर महाराज ने धर्म सभा को सम्बोधित कर कहा कि पतित से पावन बनने का केन्द्र जिन मंदिर है। साक्षात् भगवान, जहां सिद्धालय में विराजित हैं, वहीं हम जिन मंदिरों में जाकर प्रभु के सम्मुख उन जैसा बनने के लिए भक्ति करते हैं। जिन मंदिर में प्रभु की छांव में जहां आत्मा पवित्र होती हैं, वहीं ऐसी भावना करते हैं कि जीवन का एक-एक क्षण भगवान के नाम हो और परिणाम निर्मल रहें। मुनि श्री ने कहा कि धर्म ही एक ऐसा सहारा है, जहां व्यक्ति को अच्छे बुरे का ज्ञान रहता है और पापों से बचकर अपना कल्याण कर लेता है। इससे पहले प्रातःकाल मूलनायक पार्श्वनाथ भगवान का अभिषेक भक्तजनों ने किया।

इसके उपरान्त मुनि सुधासागर महाराज के मुखारविन्द शान्तिधारा सत्येंद्र कुमार, गौरव जैन सूरत, सुशील जैन अनुज जैन, पदमचंद जैन वंट परिवार, पवन जैन मयंक इलेक्ट्रीकल्स पुण्यार्जक परिवार द्वारा हुई। इसके बाद धर्मसभा का शुभारम्भ आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के चित्र पर अनावरण के साथ श्रेष्ठीजनों ने किया तथा पादप्रक्षालन के उपरान्त मुनि श्री को शास्त्र भेंट का पुण्यार्जन किया। धर्मसभा का संचालन महामंत्री डॉ. अक्षय टडैया ने किया। इस मौके पर प्रमुख रूप से मंदिर प्रबंधक जिनेन्द्र जैन रजपुरा, महेन्द्र चौधरी, शीलचंद अनौरा, अखिलेश गदयाना, डॉ. अशाक जैन भावनगर, मुन्नालाल भानगढ, रज्जन सराफ, मनोज जैन जडीवूटी, विमल डुगरसा, विजय जैन काफी, धन्यकुमार जैन, अमित प्रिय जैन, महेन्द्र जैन, मयूर, उदय सराफ, नरेन्द कडंकी, छोटे पहलवान, संजीव सिंघई, मनोज चूढी, संतोष जैन डोंगरा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे। सायंकाल जिज्ञासा समाधान के लिए श्रावकओं ने मुनि श्री सुधासागर महाराज के सम्मुख अपनी जिज्ञासाएं रखीं। इसके उपरान्त गुरु भक्ति एवं संगीतमय आरती हुई।

नए मंदिर में प्रभावना पूर्व हुई मुनि श्री की अगुवाई
मुनि सुधासागर महाराज ससंघ का मंगलवार प्रातःकाल अभिनंदनोदय तीर्थ से नगर के मउठाना स्थित पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन नया मंदिर के लिए विहार हुआ, जहां मुनि श्री की अगुवाई श्रावकों ने प्रभावना पूर्वक की। मंदिर के मुख्य द्वार पर आचार्य विद्यासागर पाठशाला परिवार ने आकर्षक रंगोली बनाई तथा द्वारे’-द्वारे रंगोली सजाई गई। मुनि श्री का पादप्रक्षालन कर श्रद्धालुओं ने मुनि श्री से आशीर्वाद ग्रहण किया। प्रवचन के उपरान्त मुनि संघ की आहारचर्या के लिए मंदिर के निर्माणाधीन परिसर में पडगाहन का अपूर्व नजारा रहा।

लोगों ने नवधा भक्ति पूर्वक मुनि श्री का पडगाहन किया। आज निर्यापक मुनि श्री सुधासागर महाराज को पडगाहन का पुण्यार्जन कुशल चंद जैन एडवोकेट परिवार को मिला। मुनि पूज्य सागर महाराज को पडगाहन का सौभाग्य संजीव जैन, राजीव जैन, लकी परिवार को मिला। एलक धैर्य सागर महाराज को पडगाहन का सौभाग्य उत्तम चंद, पंकज जैन सुनवाहा परिवार एवं क्षुल्लक गम्भीर सागर महाराज को पडगाहन का सौभाग्य अंकित जैन मेडीकल परिवार को मिला।

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