विधान में हुआ “आज की सोच” नाटिका का मंच
मड़ावरा(ललितपुर). प्रियंक जैन सर्राफ । आचार्य भगवन विद्यासागर जी महामुनिराज के आशीर्वाद एवं निर्यापक श्रमण मुनि अभय सागर जी, मुनि प्रभात सागर जी, मुनि निरीह सागर जी के मंगल सानिध्य में विमलेश कुमार, संतोष कुमार जैन बजाज परिवार के सौजन्य से आयोजित हो रहे श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान में रात्रिकालीन कार्यक्रमों की श्रृंखला में “आज की सोच”नामक नाटिका का मंचन संस्कृति सर्राफ के निर्देशन में स्थानीय समाजजनों ने किया।
जैन समाज मड़ावरा के स्थानीय महिला-पुरुष कलाकारों ने मनमोहक अभिनय किया, जिसे उपस्थित समुदाय ने सराहा।
नाटिका के आरंभ के पहले मनु जैन द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। नाटिका के शीर्षक “आज की सोच” के नाम को सार्थक करते हुए कलाकारों ने वर्तमान दौर में समाज में व्याप्त कुरीतियों और सामाजिक परिवेश में लोगों की सोच को अभिनय के माध्यम से बताने की कोशिश की। इस दौरान महावीर विद्याविहार का देशनाग्रह दर्शकों से खचाखच भरा रहा।