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मुनि श्री आदित्य सागर एवं श्री अप्रमित सागर के मुनि दीक्षा दिवस पर बही भक्ति की बयार

मुनि श्री आदित्य सागर एवं श्री अप्रमित सागर के मुनि दीक्षा दिवस पर बही भक्ति की बयार

इंदौर.राजेश जैन दद्दू । श्रुत संवेगी मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज एवं मुनि श्री अप्रमित सागर जी महाराज का 12वां मुनि दीक्षा दिवस समारोह स्मृति नगर में उमंग और उत्साह से मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित गुरु भक्तों को संबोधित करते हुए मुनि द्वय ने कहा कि आज का दिन आपके लिए भले ही मुनि दीक्षा दिवस हो लेकिन हमारे लिए तो आज का दिन गुरु उपकार दिवस है।

हम आज जो कुछ हैं वह सब हमारे दीक्षा गुरु आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के द्वारा दी गई शिक्षा-दीक्षा एवं संयम, रत्नत्रय और महाव्रतों का पालन करने के लिए दिए गए संस्कारों का सुफल है। गुरु ने हम कंकर को शंकर बना दिया। उनके इन उपकारों का ऋण तो हम नहीं चुका सकते लेकिन उनके उपकारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए यह संकल्प लेते हैं कि जीवन पर्यंत गुरु की आज्ञा का पालन एवं उनके बताए मार्ग का अनुसरण और आगम अनुसार चर्या करते हुए हम नमोस्तु शासन को जयवंत करते रहेंगे।

धर्म सभा को मुनि श्री श्रुतधर नंदीजी महाराज ने भी संबोधित किया। मुनि श्री सहज सागर जी भी समारोह में मौजूद थे। इस अवसर पर भोपाल, छतरपुर, जबलपुर, बेंगलुरु, भीलवाड़ा आदि नगरों से भी गुरु भक्त मुनि द्वय से आशीर्वाद लेने उपस्थित थे।

प्रारंभ में आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज के चित्र का अनावरण एवं चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन अशोक सेठी बेंगलुरु, आजाद जैन, अरुण सेठी, अशोक खासगी वाला, हंसमुख गांधी, टी. के. वेद एवं कीर्ति पांड्या ने किया। मुनि द्वय का पाद प्रक्षालन राहुल जैन, नकुल जैन व देवेंद्र सेठी ने किया।

मुनि संघ को शास्त्र भेंट ममता खासगीवाला, सोनल जैन एवं ब्रह्मचारिणी बहनों ने किया। समारोह में डॉक्टर जैनेंद्र जैन, कैलाश वेद, राजेश जैन दद्दू, राजेंद्र सोनी एवं समवशरण समूह के पदाधिकारी एवं सदस्य भी भारी संख्या में उपस्थित थे। समारोह का संचालन ब्रह्मचारी तरुण भैया ने किया।

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