- धर्म व संस्कृति रक्षा का पर्व है रक्षाबंधनः मुनिश्री प्रभात सागर
- राखी सजाओ प्रतियोगिता का आयोजन आज
न्यूज सौजन्य -राजीव सिंघई
मडावरा (ललितपुर)। वर्णीनगर मडावरा में आचार्य श्रेष्ठ 108 विद्यासागर महामुनि के मंगल आर्शीर्वाद से परम प्रभावक अष्टम निर्यापक श्रमण मुनिश्री अभय सागर, मुनिश्री प्रभात सागर, मुनिश्री निरीह सागर महाराज का पावन अमृत वर्षायोग धर्म प्रभावना पूर्वक चल रहा है। अमृत वर्षायोग के अन्तर्गत रक्षाबंधन पर्व के त्रिदिवसीय कार्यक्रम के दौरान वात्सल्य पर्व के द्वितीय दिवस श्रद्धालुओं ने चार सौ अर्घ्य समर्पित करके रक्षाबंधन विधान के समापन में सात सौ अर्घ्य समर्पित करके विधान को सम्पन्न किया।
रक्षाबंधन विधान ब्रह्मचारी मनोज भैया ‘लल्लन’ जबलपुर के निर्देशन में सम्पन्न हुआ। प्रातःकालीन धार्मिक क्रियाओं में श्रीजी की शांतिधारा करने का सौभाग्य प्रकाश चंद्र सेठी, राजीव सेठी एवं राजेंद्र जैन धवा को प्राप्त हुआ। मुनि ससंघ को शास्त्र भेंट करने का सौभाग्य अजय कुमार, युवा ग्राम प्रधान रजौला अनिल जैन, राजीव जैन रजौला परिवार ने प्राप्त किया। इस दौरान धर्मसभा को संबोधित करते हुए मुनिश्री प्रभात सागर महाराज ने कहा कि विष्णु कुमार मुनिराज विक्रिया रिद्धि के धारी थे। उन्होंने विक्रिया रिद्धि के माध्यम से सात सौ मुनिराजों का उपसर्ग दूर किया था। रक्षाबंधन का वात्सल्य पर्व हमें धर्म व संस्कृति की रक्षा करने का संदेश देता है। रक्षाबंधन विधान में चार सौ अर्घ्य समर्पित करने का सौभाग्य प्रकाश चंद्र,राजीव सेठी,नरेंद्र कुमार,अविनाश सिलोनिया, भाजपा मंडल अध्यक्ष मडावरा सूरज चौधरी, शुभम चौधरी, प्रेमचंद्र, संजय कुमार जैन सीरोंन ने प्राप्त किया।
आज मनाया जाएगा भगवान श्रेयांसनाथ का निर्वाण महोत्सव
चातुर्मास समिति के महामंत्री डा. राकेश जैन सिंघई ने बताया कि वात्सल्य पर्व रक्षाबंधन के अवसर पर नगर की हृदयस्थली श्री महावीर विद्या विहार परिसर में निर्यापक मुनिश्री अभय सागर, मुनिश्री प्रभात सागर, मुनिश्री निरीह सागर महाराज के मंगल सान्निध्य में प्रातःकालीन बेला में जैन धर्म के ग्यारहवें तीर्थंकर श्रेयांसनाथ का निर्वाण कल्याणक महोत्सव बडे ही धूमधाम से मनाया जाएगा। रक्षाबंधन पर्व पर “राखी सजाओं प्रतियोगिता” आयोजित की गई है। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले प्रतियोगियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।