- प्रवचन मैं पूजा के बर्तन और अष्टद्रव्य की उपयोगिता बताई आर्यिका प्रसन्नमति माताजी ने
धरियाबाद। धरियाबाद में प्रसन्नमति माताजी के सान्निध्य में दीक्षा दिवस समारोह मनाया गया। महामंडल विधान पूजन हुआ। दिगंबर जैन मंदिर मुनि पद्म कीर्ति सागर महाराज के दीक्षा दिवस पर महावीर दिगंबर जैन मंदिर में आर्यिका प्रसन्नमति माताजी के सान्निध्य में शांतिनाथ महामंडल विधान पूजन हुआ। आर्यिका प्रसन्नमति माताजी ने धर्मसभा में प्रवचन करते हुए पूजा के बर्तन और अष्टद्रव्य की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। माताजी ने कहा कि जो श्रावक- श्राविका हैं, ताम्रों और चांदी के पात्रों में पूजा करते हैं और आरोग्यता को प्राप्त करते हैं। चांदी के बर्तनों में पूजा करने वालों के घरों में चांदी ही चांदी हो जाती है और सोने के बर्तनों में पूजा करने से सुख और सफलता आती है। भगवान की पूजा में उत्तम से उत्तम पात्र और उत्तम से उत्तम शुद्ध एवं पवित्र द्रव्य सामग्री उपयोग में लेनी चाहिए। सांसारिक प्राणी भगवान की पूजा आराधना करते हुए यज्ञ, तप, त्याग के मार्ग पर बढ़कर द्रव्य कर्मभाव कर्म और नो कर्म का नाश कर अक्षय पद प्राप्त कर सकते हैं। विधानमंडल में राजमल पटवा, मोहनलाल कीकवत, सागरमल बोहरा, महावीर कुमारभंवरा, श्रीपाल राणावत, सोहन लाल अड़दावत, महावीर वड़ावत, मनीषा वडावत, रवि पटवा, रोशन लाल कीकावट आदि कई श्रावक- श्राविकाओं ने भाग लिया