कुण्डलपुर । आचार्यश्री विद्यासागर महाराज ने रविवार को देवदेशना देते हुए संघ के विस्तार और समाज के जागरण पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए 6 नए निर्यापक घोषित किए। इनमें निर्यापक समता सागर, प्रशांत सागर, प्रसाद सागर, संभव सागर और वीर सागर महाराज शामिल हैं। इससे पहले समय सागर, योग सागर, नियम सागर, सुधा सागर निर्यापक पहले से हैं ऐसे में अब 10 मुनिराज निर्यापक हो गए हैं। आचार्यश्री की अनुपस्थिति में निर्यापक संघ का संचालन कर सकते हैं। निर्यापक नई जैनेश्वरी दीक्षा दिलवा सकते हैं। विद्यासागरजी के दस शिष्य ऐसे हो गए हैं, जो उनके आदेश पर संघ का संचालन कर सकते हैं। आचार्यश्री विद्यासागरजी के 380 शिष्य हैं, जिनमें से 367 अभी कुण्डलपुर में ही संघस्थ हैं, कुछ अन्यत्र होने से आयोजन में शामिल नहीं हो सके।
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