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सिद्धचक्र विधान के पांचवे दिन 256 अर्घ्य समर्पित : 5 मार्च को होगी सामान्य ज्ञान परीक्षा


जैन बगीची में चल रहे श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान के पांचवें दिन 256 अर्घ्य समर्पित किये गये। अंतिम दिन 6 मार्च को प्रातः विश्व शांति की कामना के लिए महायज्ञ किया जाएगा और श्री जिनेन्द्र प्रभु की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। पढ़िए मनोज नायक की विस्तृत रिपोर्ट…


मुरैना। जैन बगीची में चल रहे श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान के पांचवें दिन 256 अर्घ्य समर्पित किये गये। प्रतिष्ठाचार्य पंडित संकेत जैन, देवेंद्रनगर ने बताया कि परम् पूज्य गणिनी आर्यिका श्री लक्ष्मीभूषण, स्वस्तिधाम प्रणेत्री गुरुमां श्री स्वस्तिभूषण एवं श्री अन्तसमति माताजी के पावन सान्निध्य में आठ दिवसीय 125 मंडलीय श्री सिद्धचक्र महामण्डल विधान का आयोजन चल रहा है, जो 6 मार्च तक चलेगा। आठ दिवसीय विधान के पांचवे दिन सिद्धों की आराधना करते हुए 256 अर्घ्य समर्पित किये गए। अंतिम दिन 6 मार्च को प्रातः विश्व शांति की कामना के लिए महायज्ञ किया जाएगा और श्री जिनेन्द्र प्रभु की भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। कलशाभिषेक के पश्चात नरेंद्रकुमार कुलभूषण रिंकू जैन (जैना टायर) मुरेना द्वारा वात्सल्य भोज की व्यवस्था की गई है।

मिलेंगे आकर्षक पुरस्कार

गुरुमां गणिनी आर्यिका श्री स्वस्तिभूषण माताजी ने बताया कि रविवार 5 मार्च को दोपहर 2 बजे से 03 बजे तक वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की सामान्य ज्ञान परीक्षा होगी। इसमें सिद्धचक्र विधान, ज्ञानतीर्थ-पंचकल्याणक, मुरेना जैन मंदिर, शांतिसागर छाणी परम्परा एवं अतिशय क्षेत्र जहाजपुर से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। इस परीक्षा में 8 वर्ष से अधिक उम्र का कोई भी व्यक्ति बैठ सकता है। बच्चों, युवाओं एवं बुजुर्गों को अलग-अलग प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं आकर्षक सांत्वना पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे।

प्राप्त किया आशीर्वाद 

विधान के मध्य डॉ. श्री देवेंद्र जैन-यू.के.लंदन, डॉ. श्री योगेंद्र जैन-यूएसए शिकागों, डॉ. श्री अभिजात सेठ-लंदन ने पूज्य गुरुमां श्री स्वस्तिभूषण माताजी के श्री चरणों में श्रीफल अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मुरैना जैन समाज द्वारा सभी का सम्मान किया गया। प्रातः जिनेन्द्र प्रभु के अभिषेक के पश्चात पदमचंद गौरव जैन चैटा परिवार द्वारा शांतिधारा की गई। मंचासीन आर्यिका संघ को विजयकुमार-सीमा जैन, मनोज जैन (नेकी की दीवार) द्वारा जिनवाणी भेंट की गई। दीप प्रज्वलन का सौभाग्य अजीत-सुनीता जैन बरैया एवं महाआरती का सुअवसर शांतिलाल दिनेशचंद जैन (सिखाई का पुरा) परिवार को प्राप्त हुआ। ओमप्रकाश जगदीशचंद जैन भोजन पुण्यार्जक रहे। रात्रि को सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत महासती मैना सुंदरी नाटक का मंचन किया गया, जिसमें श्रीपाल मैना सुंदरी के चरित्र का नाट्य रूपांतरण प्रस्तुत किया गया।

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